एनएमसी का आदेश; विदेश से पढ़े छात्रों की इंटर्नशिप के लिए अब 13 कॉलेज, 539 छात्रों को अवसर
फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट यानी विदेश से एमबीबीएस करने वाले प्रदेश व देश के विभिन्न राज्यों के छात्र अब प्रदेश के सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों में इंटर्नशिप कर सकेंगे। इसके लिए नेशनल मेडिकल कमीशन ने 13 कॉलेजों को मान्यता दी है। इन कॉलेजों में 539 छात्र सालभर इंटर्नशिप करेंगे। इस संबंध में एनएमसी ने आदेश भी जारी कर दिया है। गौर करने वाली बात ये है कि प्रदेश के पुराने कॉलेजों में कम जबकि नए कॉलेजों में ज्यादा छात्रों को इंटर्नशिप करने की अनुमति दी गई है।
नेहरू मेडिकल कॉलेज में केवल 14 फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट को इंटर्नशिप करने की अनुमति दी गई है। बाकी सरकारी व निजी कॉलेजों में भी एमबीबीएस सीटों के अनुसार सीटें आवंटित की गई है। एनएमसी के नियमों के अनुसार छात्रों को इंटर्नशिप वहीं करनी होती है, जहां वे एमबीबीएस की पढ़ाई करते हैं, लेकिन पिछले साल साल से नियमों में बदलाव किया गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण प्रदेश ही नहीं देश के विभिन्न राज्यों के छात्रों की परेशानी बढ़ गई। ऐसे में एनएमसी ने नियमों में बदलाव करते हुए विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई चुके छात्रों को देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में इंटर्नशिप करने की अनुमति दी गई है। इसमें रिकग्नाइज्ड व अप्रूवल वाले कॉलेज हैं।
इन कॉलेजों की कुल सीटों में ईडब्ल्यूएस को शामिल नहीं किया गया है। एनएमसी ने तीन दिन पहले जारी आदेश में कहा है कि इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग तैयारी करे। संबंधित कॉलेजों के डीन को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए जाए। ताकि फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट को कोई परेशानी न हो। वे कॉलेजों में जाए तो उनका एडमिशन आसानी से हो।
कॉलेज व इंटर्नशिप की अनुमति