अरुण साव बोले-बिना CM फेस के चुनाव लड़ सकती है भाजपा, कार्यकर्ताओं की पसंद और जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों को मिलेगी टिकट
रायपुर, छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनाव में हो सकता है भाजपा मुख्यमंत्री फेस के साथ चुनाव न लड़े। इसका संकेत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने दिया हैं। उन्होंने कहा कि इसका फैसला बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। एक-एक कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ में कमल खिलाने में लगा हुआ है।
अरुण साव ने मीडिया से कार्यकर्ताओं की नाराजगी, भाजपा में OBC नेता, आरक्षण, धर्मांतरण समेत कई मुद्दों पर बात किया है। कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होने कहा कि, छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय करने वाली यदि कोई पार्टी है तो कांग्रेस पार्टी है।अरुण साव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनावी मैदान में उतरने का दावा किया।
अरुण साव ने कहा कि एक अच्छा कार्यकर्ता, जनता के बीच लोकप्रियता हो, जो कार्यकर्ताओं की पसंद हो, जीतने वाले प्रत्याशी हों ऐसे लोगों को मैदान में उतारेंगे, पूरी ताकत से हम 90 विधानसभा में चुनाव लड़ेंगे जिस प्रकार से जानता का रिस्पॉन्स और कार्यकर्ता में उत्साह है वो 2023 में भाजपा की सरकार बनने का संकेत है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता में है। कांग्रेस के संरक्षण से पूरे प्रदेश में धर्मांतरण का खुला खेल चल रहा है। आरक्षण के नाम पर सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस राजनीति कर रही है। कांग्रेस की आरक्षण देने की नीयत बिल्कुल नहीं है, ये बात तथ्यों के साथ साबित हो चुकी है। हर वर्ग ठगा महसूस कर रहा है। इसका परिणाम 2023 में देखने को मिलेगा।
मैं स्वयं कार्यकर्ताओं से मिलकर बात कर रहा हूं। कार्यकर्ताओं में उत्साह है। मोर आवास मोर अधिकार का आंदोलन 15 मार्च को हमने किया। उसमें काफी संख्या में लोग आए, जोकि ये बताता है कि कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए हम तैयार है।
उन्होने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के काम को साढ़े 4 साल में देख लिया। कांग्रेस ने राज्य को 15 साल पीछे ले जाने का काम किया है। आज छत्तीसगढ़ भ्रष्टाचार में डूबा है, अब इसी की वजह से प्रदेश की बदनामी हो रही है। अपराध, माफिया, नशाखोरी का गढ़ बन गया है प्रदेश। जनता कांग्रेस से छुटकारा चाहती है। भाजपा विपक्ष के नाते सदन से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ रहा है, केंद्र सरकार की उपलब्धि को जनता के बीच लेकर जा रहे हैं। 15 साल के कामों को लेकर जा रहे हैं। आज छत्तीसगढ़ में परिवर्तन की हवा बह रही है।