डी-लिस्टिंग पर सीएम बघेल बोले-आरएसएस-भाजपा कर रहे षड्यंत्र, दिल्ली जाकर करें आंदोलन यहां रैली करने का कोई मतलब नहीं
रायपुर , जनजाति सुरक्षा मंच की ओर 16 अप्रैल को राजधानी के श्रीराम मंदिर के सामने प्रदेशभर के आदिवासी समाज डी-लिस्टिंग की मांग को लेकर आंदोलन करने जा रहे हैं। इसे लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा, आरएसएस, बंजरग दल, विश्व हिंदू परिषद केवल लोगों को गुमराह कर षड्यंत्र कर रहे हैं।
डी-लिस्टिंग की मांग लोकसभा में करनी चाहिए। यहां रैली करने का कोई मतलब नहीं है। मुख्यमंत्री बिलासपुर के बंगाली समाज के आयोजन में शामिल होने से जाने के पहले रायपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान ये बात कही।ज्ञात हो कि मतांतरितों को अनुसूचित जनजाति समाज से बाहर करने (डी-लिस्टिंग) का मुद्दा छत्तीसगढ़ में चर्चा में है। जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक भोजराज नाग के मुताबिक सभी आदिवासी समाज रायपुर में एकजुट होकर मतांतरित व्यक्तियों को अनुसूचित जनजातियों को मिलने वाले आरक्षण और तमाम सुविधाओं से वंचित करने की मांग करेगा।
भूपेश को सपने में भी दिखती है भाजपा-आरएसएस : बृजमोहन
मुख्यमंत्री के बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सपने में भी भाजपा और आरएसएस दिखने लगे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासियों की परंपराओं को नष्ट करने वाले लोगों को कांग्रेस सरकार प्रश्रय दे रही है। मतांतरण करने वालों को सरकार का संरक्षण है। इसीलिए मुख्यमंत्री डी-लिस्टिंग को लेकर आंदोलित आदिवासियों के आंदोलन पर प्रश्न उठा रहे हैं। इसी बात के विरोध में पूरे देश का आदिवासी समाज आक्रोशित है, आंदोलित है।