तिरंगा फहराकर बोले सीएम बघेल-बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के आरोपियों को शासकीय नौकरी नहीं मिलेगी
0 महत्वपूर्ण घोषणाएं- मजदूरों को आजीवन 1500 रुपये मासिक पैंशन, रसोइयों-सफाई कर्मियों के मानदेय में 500 रुपये की वृद्धि,संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों तथा मेहमान प्रवक्ताओं के वेतन में वृद्धि, रेशम कीट पालन एवं मधुमक्खी पालन को भी कृषि का दर्जा
रायपुर, भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां राजधानी रायपुर के पुलिस मैदान में झंडारोहण किया। उन्होने सभी छत्तीसगढ़वासियों को हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई सिर्फ एक देश को विदेशी साम्राज्य से मुक्त कराने की लड़ाई नहीं थी बल्कि इसके अनेक सामाजिक, आर्थिक, नैतिक और राजनैतिक पहलू थे। इस लड़ाई से न्याय और लोकतंत्र का अमृत निकला। वास्तव में यह मानवता को तरह-तरह के अत्याचारों और अन्यायों से मुक्त कराने की बड़ी लड़ाई थी, जिसका संदेश पूरी दुनिया में गया।
आजादी की लड़ाई में लाखों लोगों ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। इसमें छत्तीसगढ़ का नाम अग्रिम पंक्ति में दर्ज कराने वाले अमर शहीद गैंदसिंह, शहीद वीर नारायण सिंह जैसे महान सपूतों का पावन स्मरण करते हुए मैं सभी अमर शहीदों को नमन करता हूं। मंगल पाण्डे, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खां, रानी लक्ष्मीबाई, रानी अवंतिबाई लोधी जैसी हजारों विभूतियों की शहादत हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान की प्रेरणा देती रहेगी।
भाइयों और बहनों, इस स्वतंत्रता दिवस से गणतंत्र दिवस 2024 के बीच बहुत छोटा-सा कालखंड है, लेकिन मैं एक बार फिर कहना चाहता हूं कि 26 जनवरी 2024 को हमें 75 वां गणतंत्र दिवस बहुत गौरवशाली ढंग से मनाना है। आजादी के लिए हमारे पुरखों ने जो कुर्बानियां दीं, सेना के जवानों और तमाम सुरक्षा बलों ने देश की एकता और अखण्डता को बचाए रखने में जितने कष्ट सहन किए, हमारे महान नेताओं ने जिस तरह देश को एकजुट बनाए रखने के लिए संघर्ष किए, उन्हें याद रखना है। नए जोशो-खरोश और समर्पण के साथ हमें छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना है। छत्तीसगढ़ के विकास को नई बुलंदियों पर ले जाने के लिए अभी हमें बहुत कुछ करना है। मुझे विश्वास है कि आप सबका प्यार और आशीर्वाद हमें मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर छत्तीसगढ़वासियों को दी अनेक महत्वपूर्ण सौगात दी है। राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई है।
घोषणा: – 1
प्रदेश के साहित्यिक वातावरण को और भी सुदृढ़ करने के लिये साहित्यकारों को तीन श्रेणियों में ‘‘छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी सम्मान’’ दिये जाने की घोषणा की।
पहला – छत्तीसगढ़ी एवं अन्य बोली जैसे गोंडी, हल्बी, सरगुजिया, कुरुख आदि में लिखे गये साहित्य के लिये।
दूसरा – हिंदी में लिखे गये पद्य के लिये।
तीसरा – हिंदी में लिखे गये गद्य के लिये यह सम्मान दिया जायेगा।
हर श्रेणी में सम्मानित साहित्यकारों को 5 लाख रूपये नगद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जायेंगे
घोषणा:- 2
महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं उनकी अस्मिता बनाये रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम निर्णय लेने जा रहे हैं कि बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि के आरोपियों को शासकीय नौकरियों से प्रतिबंधित किया जायेगा।
घोषणा:- 3
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लंबी कूद, 100 मीटर दौड़ एवं कुश्ती के खेल में 18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया जाएगा। यह प्रावधान इसी वर्ष से लागू किये जायेंगे।
घोषणा:- 4
मछली पालन और लाख पालन को कृषि का दर्जा दिये जाने के सकारात्मक परिणामों को देखते हुये मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में अब रेशम कीट पालन एवं मधुमक्खी पालन को भी कृषि का दर्जा देने की घोषणा की है।
घोषणा:- 5
छत्तीसगढ़ प्रदेश में कुक्कुटपालन को प्रोत्साहित करने नवीन रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित किये जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘‘छत्तीसगढ़ कुक्कुटपालन प्रोत्साहन योजना’’ प्रारंभ किये जाने की घोषणा की है।
इस योजना के अंतर्गत कुक्कुट पालकों को सब्सिडी तथा वाणिज्यिक दर के स्थान पर अब रियायती दर पर बिजली उपलब्ध करायी जाएगी।
घोषणा:- 6
शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के शासकीय शालाओं के 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थी भी इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर रूप से तैयारी कर सकें इसके लिये देश के ख्याति प्राप्त कोचिंग संस्थाओं से ऑनलाइन कोचिंग निःशुल्क कराने की व्यवस्था हम शीघ्र करने जा रहे हैं। इसके लिये सभी विकासखंड मुख्यालयों में ऑनलाइन कोचिंग कक्षाओं की व्यवस्था की जायेगी।
घोषणा:- 7
प्रदेश के सभी जिलों में कम से कम एक कॉलेज में पोस्ट-ग्रेजुएट कक्षाओं में अध्ययन की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय हमने लिया है। इसी क्रम में नवनिर्मित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ मुख्यालय में संचालित शासकीय लोचनप्रसाद पाण्डे महाविद्यालय सारंगढ,़ जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही मुख्यालय में संचालित डाॅ. भंवर सिंह पोर्ते महाविद्यालय पेंड्रा, जिला सक्ती मुख्यालय में संचालित क्रांति कुमार भारतीय महाविद्यालय सक्ति एवं जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चैकी में संचालित शासकीय एल.सी.एस. महाविद्यालय अंबागढ़ चैकी को स्नातकोत्तर विद्यालय का दर्जा प्रदान करने की घोषणा करता हूँ। इसके लिये आवश्यक नवीन विषय एवं पद संरचना इन महाविद्यालयों को अति शीघ्र उपलब्ध करा दी जायेगी।
घोषणा:- 8
नवा छत्तीसगढ़ गढ़नें में आधुनिक प्रौद्योगिकी की भूमिका को देखते हुये हम अगले शिक्षा सत्र से स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकी की जानकारी पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे जिससे हमारे बच्चे भविष्य की तकनीक के लिये अभी से तैयार हो सके और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने के योग्य बन सके।
घोषणा:- 9
शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को घर से कॉलेज और कॉलेज से घर आने जाने के लिये बस के माध्यम से निःशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।
घोषणा:- 10
छत्तीसगढ़ की अस्मिता और पहचान छत्तीसगढ़ी भाषा से है। मैं आज यह घोषणा करता हूँ कि अगले शिक्षा सत्र से राज्य के जिन क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ी भाषा बोली जाती है वहां छत्तीसगढ़ी भाषा एवं आदिवासी क्षेत्रों में वहां की स्थानीय बोली को कक्षा एक से कक्षा पांचवी तक पाठ्यक्रम में एक विषय के रूप में सम्मिलित किया जायेगा।
घोषणा:- 11
मानदेय राशि में बढ़ोतरी:- शहरी स्वच्छता दीदियों के उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुये उनके मानदेय में भी 20 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा करता हूँ। स्वच्छता दीदियों के उत्कृष्ट कार्यो के कारण ही हमारे प्रदेश नें लगातार तीन बार देश का स्वच्छतम् राज्य होने का गौरव हासिल किया है।
घोषणा:- 12
शहरी आजीविका के क्षेत्र में कार्यरत सामुदायिक संगठकों के उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुये उनके मानदेय में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी की मैं घोषणा की है।
घोषणा:- 13
मेहनतकश निर्माण श्रमिकों के लिये मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना प्रारंभ करने की घोषणा की। निर्माण कार्य करने वाले ऐसे मजदूर जिनकी आयु 60 वर्ष पूरी हो चुकी हो तथा जो 10 साल तक पंजीकृत रहे हैं उन्हें जीवन पर्यंत हर महीने 1500 रूपये मासिक पेंशन दी जायेगी।
घोषणा:- 14
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में कार्यरत संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों के एकमुश्त संविदा वेतन को 25,780 रू से बढ़ाकर प्रतिमाह 32,740 रू करने तथा मेहमान प्रवक्ताओं के प्रतिमाह अधिकतम भुगतान की सीमा को 13,000 रू से बढ़ाकर 15,000 रू प्रतिमाह करने की घोषणा की है।
घोषणा:- 15
छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुविधाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले अंशकालीन सफाई कर्मी भाई-बहनों को एवं मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम से जुड़े रसोइयों के मानदेय में 500 रू प्रतिमाह वृद्धि किये जाने की घोषणा की है।