दम घुटने से एक परिवार के तीन सदस्यों समेत पांच मजदूरों की मौत, ईंट-भट्टे पर सो रहे थे सभी मजदूर
महासमुंद, छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक दर्दनाक हादसे की खबर आ रही है। यहां ईंट-भट्टे पर सो रहे पांच मजदूरों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि धुएं में दम घुटने से पांच मजदूरों की जान चली गई। जबकि इस हादसे में एक मजदूर का अस्पताल में भर्ती, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। सभी मजदूरों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई।
एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे ने घटना की पुष्टि की है। इस हादसे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुख जताया है। साथ ही सीएम बघेल मृतकों के स्वजन को 2 लाख रुपये आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
मृतकों के शव पीएम के लिए भेजा
दरअसल, यह घटना महासमुंद के गढ़फुलझर गांव की है। खबरों के अनुसार ईट-भट्ठे में आग लगाने के बाद सभी मजदूर वहीं सोए थे। अचानक आग सुलगने और उसके धुएं से मजदूरों का दम घुटने लगा और मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शव पीएम के लिए भेजा है। बताया गया है कि माटीकला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर पांड़े के स्वजन ईंट का कारोबार करते हैं, यह भट्ठा उनके अनुज कुंज बिहारी का बताया जा रहा है। बताया गया है कि कुंजबिहारी ने श्रमिकों से ईंट बनवाकर उसे पकाने के लिए ठेका पर दिया था, ये ठेका श्रमिक थे। इन श्रमिकों गंगा राम बिसी (55), दशरथ बिसी(30), सोना चंद भोई (40), वरुण बरिहा(24), जनक राम बरिहा(35) और मनोहर बिसी(30) काम कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महासमुंद जिले के बसना विकासखंड के ग्राम गढ़फुलझर में ईंट भट्ठा में काम वाले 5 श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देना और गंभीर रूप से बीमार एक श्रमिक को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।