स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव का दावा- छत्तीसगढ़ में दोबारा बनेगी सरकार; बोले-लोग सोचते थे मुख्यमंत्री बनूं, मैंने कभी CM की इच्छा से वोट नहीं मांगा
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अगले विधानसभा चुनाव में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया है। उन्होंने कहा, मैंने कभी मुख्यमंत्री बनने के लिए जनता से वोट नहीं मांगा है। मुख्यमंत्री बनाने का काम हाईकमान का है। हां, लोग ये जरूर सोचते थे कि मैं CM बनूं।
दरअसल सिंहदेव केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह के उस बयान पर कटाक्ष किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि खुद के मुख्यमंत्री बनने के नाम पर जनता से धोखा किया है। टीएस सिंहदेव बुधवार को बिलासपुर में जीएसटी कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे। मीडिया से बात करते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए बहुत परंपरागत उपजाऊ भूमि की तरह है। छत्तीसगढ़ हमेशा से कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन, कभी भी ओवर कॉन्फिडेंस नहीं होना चाहिए। पिछले चुनाव में भाजपा को कम सीट मिली। ऐसे में भाजपा का मनोबल टूटा हुआ है। भाजपा हमेशा संघर्ष करते दिखी है। लेकिन अब वैसी स्थिति नहीं दिखती है। फिर भी अपने सामने की टीम को कम नहीं आंकना चाहिए।मंत्री ने कहा कि 2023 में कांग्रेस रिपीट होगी, ऐसी उम्मीद है। कांग्रेस ने बहुत कुछ बुनियादी काम किया है। किसानों के हित में काम किया है। शहरी क्षेत्रों में भी काम हुआ है, और लोगों के विश्वास में खरा उतरने का प्रयास किया गया है। जिसका लाभ मिलेगा।
मुझे कमजोर पाकर रेणुका खुश हैं तो मुझे भी खुशी है
केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह के बयान पर मंत्री टीएस सिहदेव ने कहा कि मुझे कमजोर पाकर रेणुका खुश हैं, तो मुझे भी खुशी है। उनके लिए मैं कमजोर दिख रहा हूं। मैं राजनीति में आने के लिए कभी नहीं सोचा था। अभी तक जो परिस्थितियां बनी है। उसमें मैं खुद नहीं जानता कि मुख्यमंत्री कब बनूंगा। सिंहदेव ने कहा, मैं पहले भी कह चुका हूं कि किसी दल में नहीं जाऊंगा और भाजपा में किसी से दुश्मनी नहीं है। लेकिन, भाजपा से मेरे विचार नहीं मिलते। अगर, भाजपा के कार्यकर्ता नहीं चाहते तो यह अच्छा है। चुनाव में जैसा रहा हूं, वैसा ही रहूंगा।
कोरोना और बढ़ेगा, सावधानी बरतने की जरूरत…
उन्होने कहा कि कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है और बढ़ने की संभावना है। कोरोना नियंत्रण के लिए टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले कुछ समय से जिले में टेस्टिंग बढ़ाई गई है। समीक्षा बैठक में भी सभी जिलों में टेस्टिंग संख्या बढ़ाकर प्रतिदिन दस हजार टेस्ट करने के लिए कहा गया है। टेस्टिंग और ट्रेसिंग से संक्रमण रोकने में कारगर साबित होगा। इस महीने कोरोना से 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जो चिंताजनक है।