कानून व्यवस्था

हत्या; दिवाली पर घर जाने के लिए नहीं थे पैसे, ट्रक लूटकर ड्राइवर को भी मारकर लगाया ठिकाने, माल बेचने से पहले ही पकड़े गए

रायपुर,  रायपुर में एक ट्रक ड्राइवर की चाकू मारकर हत्या करने की गुत्थी सुलझ गई है। इस मामले में पुलिस ने मर्डर के पांच आरोपियों में से 2 सगे भाइयों और साजिश से जुड़े 1 अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के ये आरोपी दिवाली में घर जाना चाहते थे। लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से उनके पास ट्रेन की टिकट के पैसे नहीं थे। तो उन्होंने खरोरा थाना क्षेत्र में योजना बनाकर एक ट्रक ड्राइवर की पहले हत्या की। फिर ट्रक में लदा समान लूट लिया। इन आरोपियों ने वारदात के बाद ड्राइवर की लाश को नाले में छिपा दिया, फिर मौके से फरार हो गए थे। जब आसपास मौजूद लोगों को लाश के सड़ने की बदबू आयी। तो पुलिस को सूचना दी गयी।

ये पूरी घटना 27 अक्टूबर की है। पुलिस को चेतन कुमार चंद्राकर ने बताया कि वो भिलाई का रहने वाला है। उसकी ट्रक का ड्राइवर खैरागढ़ का रहने वाला परमेश्वर यादव है। वो 27 अक्टूबर को रायपुर से बलौदाबाजार 300 पेटी यूरिया की बाल्टी लोड कर निकला था। ड्राइवर परमेश्वर से मालिक चेतन ने फोन पर संपर्क किया। तो उसने बताया कि वो सारागांव के पास रात में आराम करेगा। फिर अगले दिन सुबह बलौदाबाजार निकलेगा। ट्रक मालिक चेतन ने जब अपडेट जानने के लिए उसे 28 अक्टूबर को सुबह फोन लगाया तो उसका नंबर बंद बताया। फिर वो अपनी ट्रक और ड्राइवर को खोजते हुए सारागांव पहुंच गया। उसकी गाड़ी आरंग इलाके में लावारिस हालात में खड़ी मिली। उस पर चाबी भी लगी हुई थी। साथ ही गाड़ी में लोड साढ़े 3 लाख रुपए का यूरिया बाल्टी गायब था। तभी ट्रक मालिक चेतन के पास खरोरा थाने से 31 अक्टूबर को फोन आया कि सारागांव के पास एक युवक की लाश नाले पर पड़ी मिली है। वहां आसपास मौजूद ढाबे वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी। जिसके बाद ये लाश परमेश्वर यादव की निकली।

खरोरा पुलिस ने फौरन FIR दर्ज की। जिसके मुताबिक, युवक के शरीर पर चाकू के कई निशान थे। उसके पेट और सीने पर चाकू से वार कर उसकी हत्या की गई थी। इसके बाद पुलिस इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। सुनसान इलाके में हुई हत्या के बाद पुलिस के लिए इस केस को सुलझाना एक चुनौती बन गई। क्राइम ब्रांच और खरोरा पुलिस के अफसरों को इस केस में लगाया गया। इस मामले में पुलिस में तहकीकात करते हुए 100 से ज्यादा ट्रक ड्राइवरों से पूछताछ की। आसपास के इलाकों में लगे कैमरों को खंगाला गया। जिसके बाद पुलिस कुछ लोगों को चिन्हांकित करके गोपालगंज बिहार रवाना हुई। रायपुर पुलिस ने बिहार में मंजय यादव और उसके भाई इंद्रासन यादव से पूछताछ कर उन्हें गिरफ्तार किया। फिर आरोपियों ने पूरे घटनाक्रम के बारे में खुलासा किया। आरोपियों ने बताया कि वो दोनों भाई और उनके तीन दोस्त संजय यादव, बजेश राम और चंदन धोबी लगातार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। 27 अक्टूबर की रात वे सारागांव के पास एक ढाबे पर बैठे थे। तभी उन्होंने वहां पर ट्रक ड्राइवर परमेश्वर यादव को अकेले सोते हुए देखा।

फिर उन्होंने परमेश्वर की हत्या कर दी और लाश को छिपा दिया। फिर उन्होंने ट्रक में भरे माल की चोरी कर ली। और उसे अपने परिचित के गोदाम में छिपा दिया। घटना के बाद पांचो आरोपी इस माल को बेचकर पैसे आपस में बांटने की फिराक में थे। इसके पहले ही पुलिस ने 2 भाइयों मंजय और इंद्रासन को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा माल छिपाने में मदद करने वाले महासमुंद के निवासी एक अन्य व्यक्ति रितेश सिन्हा को भी गिरफ्तार कर लिया। बाकी की तलाश पुलिस कर रही है।

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