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राजधानी में राशन माफिया सक्रिय; तीन साल में 153 शिकायतें, 22 दुकानें निलंबित,14 संचालकों को नोटिस

रायपुर, राजधानी में राशन मफिया सक्रिय है। हर माह राशन दुकानों से लाखों का वारा-न्यारा हो रहा है। राशन दुकानों में अनियमितता थमने का नाम ही नहीं ले रही है। हालात ऐसे हैं कि तीन सालों में अब तक राशन दुकानों की 153 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 22 दुकानों का ही निलंबन किया गया है। , 14 राशन दुकान संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा 33 दुकानदारों से चार लाख 45 हजार रुपये पेनाल्टी जमा करवाई गई है। कोविड के दौरान राजधानी की राशन दुकानों में ज्यादा गड़बड़ियां की गई हैं। क्योंकि उक्त अवधि में राशन देने के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति से छूट दी गई थी। इसकी आड़ में दुकान संचालकों द्वारा हितग्राहियों की बजाय लोगों की फोटो खींच कर अपलोड की गई और इसके आधार पर ही राशन जारी कर दिया गया। वहीं, कई दुकानों में अब भी हजारों क्विंटल की शार्टेज है, इसके बावजूद इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।

अवैध खरीदी बिक्री दुकान के सामने चल रहीशासन द्वारा राशन दुकानों में अवैध रूप से खरीदी बिक्री रोकने के लिए नियम बनाया है। वहीं, ऐसा करते पाए जाने पर संबंधित दुकान संचालक या फिर क्रेता व विक्रेता के खिलाफ मामला दर्ज करने का भी प्रविधान किया गया है। लेकिन इसके बावजूद अब भी राशन दुकानों के बाहर धड़ल्ले से चावल की अवैध खरीदी-बिक्री की जा रही है।

एक करोड़ से ज्यादा की मशीनें दीं, फिर भी लगाम नहींशासन की ओर से राशन की अवैध कालाबाजारी रोकने के लिए सभी राशन दुकानों में ई पास मशीनों का वितरण किया गया है। जिसके सहायता से सिर्फ बायोमेट्रिक उपस्थिति पर ही राशन दिया जाना है। लेकिन इसके बावजूद इस प्रक्रिया के बाद भी दुकानों से अवैध रूप से खरीदी बिक्री चल रही है।

 पिछले चार से पांच माह के भीतर ही कई राशन दुकानों से हजारों क्विंटल चावल का हिसाब नहीं मिल रहा है। यानी कि यहां चावल का शार्टेज है। इसमें टिकरापारा, राजा तालाब सहित कई अन्य क्षेत्र की दुकानें शामिल हैं। इन दुकानों में जांच कर प्रकरण तो दर्ज किया गया है, लेकिन निलंबन अब तक नहीं किया गया है। खाद्य निरीक्षक जांच करने भी नहीं जा रहे । खाद्य संचालनालय द्वारा बनाए गए नियमानुसार राशन दुकानों की हर माह जांच करना अनिवार्य है। लेकिन इसके बावजूद कई दुकानों में महीनों तक जांच नहीं की जाती है।

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