राज्यशासन

नहर- नाली पुनरोद्धार के बाद भी सिंचाई की समस्या जस की तस; अधिकारियों ने किया निरीक्षण

रायपुर, प्रदेश में नहरों की मरम्मत के बाद भी सिंचाई की समस्या जस की तस बनी हुई है। इस ओर अफसरों का ध्यान नहीं जा रहा है और उसका लाभ किसनों को नहीं मिल रहा है।

जल उपभोक्ता संस्था टेकारी के अंतर्गत आने वाले नहर नाली के पुनरोद्धार के बाद इसके शुरुआती ग्राम टेकारी को ही बीते 6 वर्षों से सिंचाई समस्या से जूझना पड़ रहा है । पूर्व में पदस्थ अधिकारियों द्वारा ध्यानाकर्षण के बाद भी इस समस्या से निजात दिलाने में कोताही बरतने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सिंचाई पंचायत के अध्यक्ष रहे भूपेन्द्र शर्मा के माध्यम से बीते दिनों जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे को‌ ज्ञापन सौंप इस समस्या की ओर ध्यानाकृष्ट कराया था जिसके बाद जल संसाधन संभाग क्रमांक 1 के कार्यपालन अभियंता एम बोरकर ने अपने अधीनस्थों को आनन फानन में भेज इस  नहर नाली में निस्तारी पानी दौड़ने के बीच निरीक्षण कराया । मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने समस्या से रुबरु हो इससे निजात दिलाने का आश्वासन दिया ।

  ज्ञातव्य हो कि महानदी जलाशय परियोजना के अधीनस्थ आने वाले जल प्रबंध संभाग एक के उपसंभाग 4 के अधीन आता है टेकारी जल उपभोक्ता संस्था । इस संस्था के अधीन आने वाले वितरक शाखा 24 से 6 ग्राम टेकारी , कुंडा , कठिया , सोनभट्ठा , अमेरी व सकरी के तकरीबन 3000 हजार एकड़ खेत को खरीफ सिंचाई हेतु पानी मिलता है । सिंचाई पानी पाने वाले इन ग्रामों में से टेकारी का रकबा शेष ग्रामों के रकबे के बराबर है । लगभग 7 साल पहले इस नहर नाली के रिमाडलिग व लाइनिंग का काम शासन द्वारा कराया गया था । टेकारी के अनुभवी ग्रामीणों ने निर्माण के दौरान ही टेकारी में सिंचाई पानी की दिक्कत आने की संभावना व्यक्त की थी जिसे तत्कालीन अधिकारियों ने अनदेखा कर निर्माण कार्य करा दिया था ।

निर्माण के बाद पहली सिंचाई पानी आते ही ग्रामीणों की आंशका सही साबित हुयी और तकनीकी कारणों से पर्याप्त सिंचाई पानी मिलने में दिक्कत शुरू हो चला । ध्यानाकर्षण पर मौजूदा अधिकारीगण स्थायी हल निकालने ‌का आश्वासन दे खरीफ सिंचाई के लिये फौरी अस्थायी व्यवस्था कर पानी पहुंचाते रहे पर इस प्रयास में पूरे सिंचाई के दौरान टेकारी के किसानों को नहर नाली की सतत् चौकसी के साथ रतजगा करना पड़ता है ।श्री चौबे को प्रदत्त ज्ञापन में यह जानकारी देते हुये बतलाया गया है कि पूर्व में पदस्थ रहे एक अनुविभागीय अधिकारी श्री सारस्वत ने पूरे सिंचाई के दौरान लगातार निरीक्षण कर इस समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन दिया था पर इसी बीच स्थानान्तरण हो जाने की वजह से समस्या यथावत रही ।

वर्तमान ई ई एम बोरकर का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराने के साथ ही  सिंचाई मंत्री श्री चौबे को ज्ञापन सौंप इस समस्या से स्थायी निजात दिलाने का आग्रह बीते 28 मार्च ‌को ज्ञापन सौंप किया गया था । इसके तुरंत बाद नवरात्रि नवमी के दिन ही श्री बोरकर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी ए के पाटिल ए ई आर एल गौतम व आर के डेंगरे , अमीन चंद्रहास साहू , समयपाल रामेश्वर साहू के साथ समस्या स्थल पर  सिंचाई पंचायत अध्यक्ष रहे भूपेन्द्र शर्मा , ग्रामीण सभा के अध्यक्ष रामानंद पटेल व पूर्व अध्यक्ष हुलास राम वर्मा  , सरपंच नंद कुमार यादव के साथ निस्तारी पानी चलने के दौरान ही निरीक्षण किया व विभागीय अभिलेखों से रकबो का मिलान कर समस्या से स्थायी निजात दिलाने व्यवस्था का आश्वासन दिया ।

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