राजनीति

मंच गिरने के बाद पीसीसी चीफ मरकाम बोले- चोट लग भी जाता तो कोई गम नहीं, 2023 में बनाएंगे सरकार

बिलासपुर, छत्तीसगढ के बिलासपुर में रविवार की रात कांग्रेस की मशाल रैली की जनसभा में बड़ा हादसा होते-होते बच गया। जनसभा के दौरान अचानक मंच टूट गया और उसमें खड़े कांग्रेस नेता गिर गए। राहत की बात है कि किसी को ज्यादा गंभीर चोंट नहीं लगी। मंच टूटने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। इस तरह की छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती है। हादसे में चोट भी लग जाता तो कोई बात नहीं है। हम 2023 में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनाएंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी की सरकार को उखाड़ फेकेंगे।

राहुल गांधी की संसद से सदस्यता खत्म होने के बाद कांग्रेस ने देश भर में आंदोलन छेड़ दिया है। चरणबद्ध आंदोलन की कड़ी में प्रदेश में भी भारत सत्याग्रह के अंतर्गत लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को बिलासपुर में गांधी चौक में छत्तीसगढ़ प्रभारी सेलजा कुमारी ने मशाल रैली की शुरुआत की। फिर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव चंदन यादव और PCC चीफ मोहन मरकाम मशाल रैली का नेतृत्व करते हुए आगे बढ़ गए। रैली जूना बिलासपुर, गोलबाजार, सदरबाजार होते हुए देवकीनंदन चौक पहुंची, जहां सभा के बाद रैली का समापन होना था।

PCC चीफ मोहन मरकाम ने बताया कि छत्तीसगढ़़ प्रभारी शैलजा कुमारी को रैली छोड़कर अचानक दिल्ली जाना पड़ा। उन्हें दिल्ली से हाईकमान का बुलावा आया तो उन्हें जाना पड़ा। अगर, उन्हें नहीं बुलाया जाता तो वे रैली में जरूर रहती है और सभा में भी शामिल होती।

समापन सभा में हुआ हादसा
देवकीनंदन चौक में मशाल रैली की समापन के पहले सभा होनी थी। इसके लिए यहां मंच बनाया गया था। इस दौरान मंच पर दिग्गज कांग्रेस नेताओं के साथ पदाधिकारियों की भीड़ जुट गई, जिससे मंच ओवर लोड हो गया और अचानक मंच टूट गया, जिससे प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, विधायक शैलेष पांडेय, संसदीय सचिव रश्मि सिंह, जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी सहित सभी नेता नीचे गिर गए। हालांकि, हादसा गंभीर नहीं था और किसी को ज्यादा गंभीर चोंट नहीं लगी।

मोहन मरकाम बोले- उत्साहित हैं कार्यकर्ता
इस हादसे के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हम लोग कांग्रेस के सिपाही हैं, आजादी की लड़ाई में हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने कुर्बानियां दी थी, 10 से 15 साल जेलों में रहे, इस तरह की छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती है। अगर चोंट लग भी जाता तो कोई फर्क नहीं पड़ता, हमारे कार्यकर्ताओं में उत्साह दिख रहा है। इससे लगता है कि 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी और 2024 में लोकसभा चुनाव में मोदी की सरकार को उखाड़कर फेकेंने में सफल होंगे।

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