कानून व्यवस्था

आंधी से खंडित हुईं महाकाल लोक की सप्तऋषि की 6 मूर्तियां; 7 माह पहले ही PM मोदी ने किया था लोकार्पण, 856 करोड़ का है प्रोजेक्ट

भोपाल, उज्जैन में रविवार शाम तेज आंधी के चलते महाकाल लोक कॉरिडोर में स्थापित कई मूर्तियां गिर कर टूट गईं. पिछले साल अक्टूबर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया था. इस परियोजना की कुल लागत 856 करोड़ रु. है जिसमें पहले चरण 351 करोड़ रुपये में पूरा हुआ है. 

मध्यप्रदेश के उज्जैन में बिगड़े मौसम का असर महाकाल लोक पर भी पड़ा है। आंधी के कारम महाकाल लोक की कुछ मूर्तियां गिर गईं। घटना रविवार करीब शाम 4 बजे की बताई जा रही है। महाकाल लोक में लगीं सप्तऋषि की सात मूर्तियों में से छह गिरी हैं। हालांकि कलेक्टर ने शीघ्र ही इसे ठीक करवाने की बात कही है। इधर कांग्रेस महाकाल लोक में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरकार पर हमलावर हो गई है। कमलनाथ, अरुण यादव समेत कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से इसे लेकर ट्वीट किए गए, वहीं देर शाम भोपाल में एक कमेटी बना दी, जो महाकाल लोक पहुंचकर मामले में रिपोर्ट तैयार करेगी। 

बता दें कि रविवार दोपहर अचानक आंधी और तेज बारिश हो गई। इससे महाकाल लोक में सप्तऋषि की सात में से छह प्रतिमा हवा के कारण नीचे गिर पड़ी, जिनमें से एक मूर्ति की गर्दन टूट गई जबकि दो मूर्तियों के हाथ टूटे हैं। साथ ही कुछ मूर्तियों के सिर पर क्रेक भी आया है। महाकाल लोक में मूर्तियां गिरने की जानकारी लगते ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया और अन्य पदाधिकारी तुरंत महाकाल लोग पहुंचे जहां उन्होंने आरोप लगाया कि इन मूर्तियों के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। घटना के बाद आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया था, हालांकि देर शाम फिर से लोगों को आने दिया गया। 

जानकारी के मुताबिक, महाकाल लोक में सप्तऋषि की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर खंडित हुई हैं. 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं. इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था.

डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने कहा, बहुत तेज आंधी आई थी. सप्तऋषि की प्रतिमा गिर गई है, जिसमें सिर्फ एक मूर्ति टूटी है और बाकी प्रतिमाएं ठीक है. उन मूर्तियों को वापस ठीक कर दिया जाएगा. क्रेन के माध्यम से मूर्तियों को ठीक किया जाएगा. 1 घंटे तक बहुत तेज आंधी चली है. पूरे जिले में क्षति हुई है. पूरे शहर में पेड़ गिरे हैं और किसी तरह के राशी का नुकसान नहीं हुआ है.

सीएम ने जानें हालात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मालवा क्षेत्र में तेज आंधी तूफान का संज्ञान लिया है। फोन पर उज्जैन कलेक्टर और उज्जैन संभाग कमिश्नर से चर्चा कर निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि आज मालवा क्षेत्र के उज्जैन एवं आसपास के इलाक़ों में तेज तूफ़ान से प्राकृतिक आपदा जैसी स्तिथी उत्पन्न हुई। इसमें दुर्भाग्य से दो लोगों की (1 उज्जैन और 1 नागदा में) मृत्यु हो गई और 3 लोग घायल हुए। लगभग 50 वृक्ष और बहुत से बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। महाकाल लोक में 155 प्रतिमाएं हैं जिनमें से तीन खंडित हुई हैं। ये सभी डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड के तहत कांट्रेक्टर द्वारा नई स्थापित की जाएंगी। 

श्रद्धालुओं के लिए फिर खोला महाकाल लोक 
महाकाल लोक में आंधी से क्षतिग्रस्त हुई प्रतिमाओं के चलते कुछ समय के लिए वहां प्रवेश बंद किया गया था। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रतिमाओं के यथायोग्य ट्रीटमेंट के बाद महाकाल लोक को फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। इस संबंध में प्रशासन ने आग्रह किया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और पूजा व दर्शन का पूर्ववत लाभ लें। 

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