कानून व्यवस्था

भतीजे के साथ मिलकर महिला ने कर दी पति की हत्या; फिर रची झूठी कहानी

दुर्ग, छत्‍तीसगढ़ के भिलाई के आरपी कालोनी स्टेशन मरोदा में शनिवार की रात को एक व्यक्ति की हत्या की घटना हुई। हत्याकांड की मुख्य आरोपी महिला ने अपने भतीजे के साथ मिलकर अपने पति को मौत के घाट उतारा था। महिला का कहना था कि उसका पति उसे खर्च के लिए रुपये नहीं देता था और चरित्र शंका के चलते आए दिन विवाद करता रहता था। इसी से परेशान होकर उसने अपने पति की हत्या की साजिश रची और अपने भतीजे के साथ मिलकर उसे मार डाला।

हत्या के बाद बीमारी की रची झूठी कहानी

हत्या के बाद उसने बीमारी से मौत की झूठी कहानी गढ़ी और अपने बेटी व दामाद को इसकी जानकारी दी, लेकिन उसके दामाद को संदेह हुआ। मृत ससुर के गले पर निशान देखकर उसने पुलिस को जानकारी दे दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो ये मामला हत्या का ही निकला। चंद घंटों में पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया और दोनों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए।

पुलिस ने बताया कि बीआरपी कालोनी वरुण किराना दुकान के पास स्टेशन मरोदा निवासी संतोष साहू (44) की उसी की पत्नी उमा बाई साहू (42) और पत्नी के भतीजे लोकेश साहू उर्फ लक्की (19) निवासी शारदा स्कूल के पास गुढ़ी चौक अंडा पर हत्या कर दी थी। दोनों आरोपियों ने मिलकर शनिवार की रात को संतोष साहू की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद आरोपी लोकेश्वर साहू उर्फ लक्की अपने घर चला गया था। वहीं उमा बाई साहू ने देर रात को अपनी बेटी व दामाद रोहित कुमार साहू को जानकारी दी। रात में उसके पति को सीने और कमर में तेज दर्द हुआ। जिसके चलते उसकी मौत हो गई है।

मौत की खबर मिलते ही मृतक की बेटी व दामाद रात में ही घर पहुंचे। दामाद रोहित साहू ने शव को ध्यान से देखा तो गले पर निशान दिखे। जिसके बाद उसने रात में ही नेवई थाना जाकर इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा तो मृतक के गले पर चोट निशान थे। पास में टूटी हुई चूड़ियों के टुकड़े पड़े हुए थे। आरोपी उमा बाई साहू के गाल में भी खरोच के निशान थे।

रुपये न देने और चरित्र शंका की बात को लेकर नाराज थी महिला

संदेह के आधार पर पुलिस ने उमा बाई साहू से पूछताछ की तो उसने अपने भतीजे लोकेश्वर साहू उर्फ लक्की के साथ मिलकर हत्या करने की बात स्वीकार की। उसने ये भी बताया कि उसका पति पेंटर का काम करता था, लेकिन खर्च के लिए उसे रुपये नहीं देता था। उल्टा उसके चरित्र पर शंका करते हुए उससे विवाद करता था। जिससे परेशान होकर उसने हत्या की साजिश रची और अपने भतीजे के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इस आधार पर पुलिस ने मृतक की पत्नी और भतीजे को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या की धारा के तहत कार्रवाई की है।

हत्या की सुपारी का बयाना महज एक हजार रुपये

पूछताछ में आरोपी लोकेश्वर साहू ने पुलिस को बताया कि उसकी बुआ ने उसके फूफा की हत्या के एवज में उसे रुपये देने का लालच दिया था। उसने उसे शराब खरीदने के लिए रुपये दिए थे। जिससे वो शराब खरीदकर लाया था और अपने फूफा के साथ बैठकर शराब पी। फूफा को ज्यादा शराब पिलाई ताकि उसे नशा हो जाए और वो सो जाए।सोने के बाद दोनों ने उसका गला घोंटकर और तकिये से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उमा बाई साहू ने अपने भतीजे लोकेश्वर साहू उर्फ लक्की को एक हजार रुपये का बयाना दिया और आगे और रुपये देने के लिए कहा था। इसके बाद लोकेश्वर अपने गांव लौट गया था। आरोपी लोकेश्वर साहू उर्फ लक्की अंडा चौक में गाड़ी सुधारने का गैरेज चलाता है।

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