राजनीति

भूपेश-सिंहदेव की लड़ाई में छत्तीसगढ बीमार; बृजमोहन बोले-मुफ्त इलाज के लिए बजट में 1 रुपया तक नहीं दिया

रायपुर, पूर्व मंत्री विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा की गई 1 जून से राज्य के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की घोषणा को पलीता लग जाने का हवाला देते हुए कहा है कि कांग्रेस और उसकी सरकार की अंदरूनी लड़ाई इस कदर सतह पर आ गई है कि इसके लिए वे जनता के स्वास्थ्य और जीवन को खतरे में डालने में पीछे नहीं हट रहे हैं। जनसेवा की बजाय भूपेश बघेल सरकार केवल घोटाले कर रही है और आपसी जंग में जनता को ही दांव पर लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने सिंहदेव की घोषणा को ध्वस्त करने की मंशा से बजट की व्यवस्था नहीं की और एक बार फिर जनता को घोषणा होने के बाद भी सुविधाएं नहीं मिली।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विधानसभा में घोषणा की थी कि 1 जून से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज होगा। साथ ही दवाइयां और जांच भी निशुल्क होगा। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य में भूपेश बघेल की संवेदनहीन सरकार ने आपसी कलह में छत्तीसगढ़ की जनता का जीवन संकट में डाल दिया है। बृजमोहन ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस देव सिर्फ वही दावा करते हैं जो उनकी सरकार कर ही नहीं सकती। उन्हें पता है कि जब बजट में मुफ्त इलाज, मुफ्त परीक्षण, मुफ्त दवा के लिए राशि ही नहीं है तो उनकी यह योजना कैसे सफल होगी। कुल मिलाकर भूपेश बघेल और टीएस की नूरा कुश्ती में जनता पिस रही है। जनता से एक और लुभावने वादे करके उनकी आंखों में धूल झोंका जा रहा है।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। पहले कोरोना काल में कांग्रेस ने टीके की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाकर जनता के जीवन को खतरे में डाला। यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम की योजना बनाई और आयुष्मान कार्ड के बारे में जनता में भ्रम पैदा किया। केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में 7 मेडिकल कॉलेज की घोषणा करके पैसे भेजने के बावजूद यह सरकार कुछ नहीं कर रही है। यह सरकार आपसी शह और मात के खेल में लगी रही और जनता के हितों को ताक पर रख दिया। छत्तीसगढ़ की गरीब जनता इलाज के अभाव में दम तोड़ रही है। भूपेश बघेल नहीं चाहते कि सिंहदेव मंत्रिमंडल में रहें तो उन्हें निकाल दें लेकिन जनता की जान से खिलवाड़ करने से बाज आए।

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