कानून व्यवस्था

रेल हादसा; अब तक 238 लोगों की मौत, राहत और बचाव अभियान में सेना ने संभाला मोर्चा

  1. ओडिशा ट्रेन हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत
  2. सेना ने राहत और बचाव अभियान में संभाला मोर्चा
  3. पीएम मोदी ने बुलाई समीक्षा बैठक

भुबनेश्वर, ओडिशा के बालेश्वर जिले में दर्दनाक रेल हादसा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक, बाहानगा स्टेशन के निकट शुक्रवार शाम करीब सात बजकर 20 मिनट पर हावड़ा-शालीमार एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे 238 लोगों की मौत हो गई, जबकि 900 लोग घायल हो गए। मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने यह जानकारी दी।

ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841-अप) शुक्रवार शाम को बालेश्वर जिला अंतर्गत बाहानगा स्टेशन से दो किमी दूर पनपना के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक, ओडिशा में तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो गई हैं। इस हादसे में 238 की मौत हो गई है, जबकि लगभग 900 लोगों के घायल होने की जानकारी है। फिलहाल, राहत एवं बचाव कार्य जारी है।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शनिवार की सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है। फिलहाल, हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है। राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं।

बेंगलुरु से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस के साथ कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर हुई। खड़गपुर डीआरएम ने इसकी पुष्टि की है। पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी हुई थी, जिससे बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस की टक्कर हुई। इस दुर्घटना में दोनों ट्रेन के 12 कोच बेपटरी हो गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया।

लोगों ने घायलों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ, बड़ी संख्या में कर रहे रक्तदान

ओडिशा के बालेश्वर जिले में हुए ट्रेन हादसे में घायलों की मदद के लिए लोग जिला अस्पताल में रक्तदान करने पहुंच रहे हैं। रक्तदान करने आए एक व्यक्ति ने कहा, “लोगों की स्थिति बहुत नाजुक है, कई लोग ऐसे हैं, जिनके पैर-हाथ नहीं है। मैंने रक्तदान कर दिया, जिससे किसी की जान बच सके और वे अपने घर जा सके।”

कर्नाटक में लोगों की सहायता के लिए स्थापित किया गया हेल्प डेस्क

ओडिशा के बालेश्वर जिले में हुए ट्रेन हादसे के बाद लोगों की सहायता के लिए कर्नाटक के यशवंतपुर रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है। ट्रेन हादसे में अब तक 238 लोगों की जानें गई हैं।

एनडीआरएफ की नौ टीमें मौके पर तैनात

अतुल करवाल, डीजी, NDRF, दिल्ली ने कहा कि NDRF की नौ टीमें मौके पर तैनात हैं। घटना के सवा घंटे के अंदर हमारी पहली टीम वहां पहुंच गई थी। बचाव अभियान में 300 से ज्यादा लोग लगे हुए हैं।

पीएम मोदी ने बुलाई समीक्षा बैठक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है। ट्रेन हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत हुई है, जबकि 900 लोग घायल हैं। राहत और बचाव अभियान जारी है।

भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा

भारतीय सेना को घायल नागरिकों की निकासी और उपचार में सहायता के लिए तैनात किया गया है। एंबुलेंस और सहायता सेवाओं के साथ सेना की चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों को पूर्वी कमान से तैनात किया गया है। टीमों को कई ठिकानों से भेजा गया है ताकि जल्द से जल्द घटना स्थल पर पहुंचा जा सके।

हाई लेवल जांच कमेटी का किया गया गठन: केंद्रीय रेल राज्य मंत्री

केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना है…यह हादसा मानवीय गलती से हुआ है या तकनीकी कारण से हुआ है, इसके लिए हाई लेवल जांच कमेटी का गठन किया गया है।

ओडिशा ट्रेन हादसा दुर्भाग्यपूर्ण: जगन मोहन रेड्डी

आंध्र प्रदेश सीएम वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि ओडिशा का ट्रेन हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है। हम रेलवे अधिकारियों से बात कर आंध्र प्रदेश के पीड़ितों का विवरण ले रहे हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं भगवान से उन्हें मानसिक शांति देने की प्रार्थना करता हूं।

घायलों से मिलने बालेश्वर जिला अस्पताल पहुंचे सीएम पटनायक

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बालासोर जिला अस्पताल पहुंचे हैं। यहां वे घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जानेंगे। इससे पहले, उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था।

बालेश्वर जा रहे तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन

तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन, शिव शंकर और अंबिल महेश चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे। वे ओडिशा के बालेश्वर जा रहे हैं, जहां तीन ट्रेनों की टक्कर में 238 लोगों की मौत हो गई। स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु के सीएम ने ओडिशा के सीएम से बात की है। मौके पर पहुंचकर आपको अपडेट करूंगा। तमिलनाडु में ट्रेन दुर्घटना से प्रभावित तमिल लोगों के लिए अस्पताल की सुविधा भी तैयार है।

पश्चिम बंगाल BJP अध्यक्ष ट्रेन हादसे के पीड़ितों का हाल जानने बालासोर के अस्पताल पहुंचे

पश्चिम बंगाल BJP अध्यक्ष सुकांत मजूमदार बालासोर के फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचे, जहां ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों में से कुछ को भर्ती कराया गया है।

बालासोर का दौरा कर सकती हैं पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी

बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर TMC सांसद डोला सेन ने कहा कि, हम वास्तव में हैरान हैं। हमारी मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) कल यहां आ सकती हैं। उन्होंने खड़गपुर से हमारे अधिकारियों, डॉक्टर और ट्रॉमा एंबुलेंस को भेजा है।

ओडिशा में एक दिवसीय शोक की घोषणा

बालेश्वर में भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। ओडिशा के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा कि बालेश्वर में हुई दुखद रेल दुर्घटना के मद्देनजर, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक का आदेश दिया है और इसलिए पूरे राज्य में 3 जून को कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा।

कटक पहुंच रहे हैं रेल हादसे में घायल लोग

कटक के डीसीपी ने कहा कि चूंकि कटक में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल है। कटक की पूरी टीम तैयार है। हमने सुरक्षा व्यवस्था की है ताकि यहां आने वाले घायलों को बिना किसी परेशानी के प्रवेश मिल सके।

120 से ज्यादा शवों को निकाला गया, बढ़ सकता है आंकड़ा

ओडिशा फायर सर्विसेज के DG सुधांशु सारंगी ने बताया कि, 14 टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। टीमों द्वारा करीब 400 लोगों को बचाया गया है और करीब 120 शवों को निकाला गया है और यह संख्या और भी ऊपर जा सकता है।

निजी अस्पतालों को बिस्तर तैयार रखने के निर्देश, आस-पास के जिलों से हल्के स्ट्रेचर मंगवाए गए

बालासोर, भद्रक, मयूरभंज, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक, भुवनेश्वर में प्रशासन को सूचित किया गया है कि, सभी बीएसकेवाई सूचीबद्ध निजी अस्पताल दुर्घटनास्थल से मरीजों को लेने के लिए बिस्तर तैयार रखें।बचाव कार्य में 115 एंबुलेंस लगाए गए हैं। आस-पास के जिलों से हल्के स्ट्रेचर मंगवाए गए हैं।

प्रभावित ट्रेनों के यात्रियों की सुरक्षा और जरूरी सामान मुहैया कराने का आदेश जारी

चूंकि हादसे के बाद उस रूट में पड़ने वाले जिलों में अन्य ट्रेनों को रोका जाएगा, ऐसे में विकास आयुक्त, उड़ीसा ने संबंधित कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी यात्री सुरक्षित रहें। उन्हें कहा गया है कि जिन जगहों पर ऐसी ट्रेनें रुकी हों, वहां पानी, साफ-सफाई, सुरक्षा, भोजन आदि सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएं।

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