कृषि

मैंगो फेस्टिवल; छत्तीसगढ़ में उगाया दुनिया का सबसे महंगा आम:एक किलो की कीमत 2 लाख 70 हजार रुपए

रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहली बार मैंगो फेस्टिवल मनाया जा रहा है। जोरा स्थित पंजाब केसरी भवन में आयोजित इस एग्जीबिशन में 200 किस्म के आम रखे गए हैं। प्रदर्शनी में 2 लाख 70 हजार प्रति किलो का ‘मियाजाकी’ आम सबसे ज्यादा खास है।

बनावट में किसी दूसरे आम की ही तरह दिखने वाला मियाजाकी जापानी प्रजाती का है। इसका रंग और बनावट थोड़ी अलग है। जिसे देखने और उसकी तस्वीर लेने की होड़ लगी हुई है। अगर एक किलो में 3 आम भी चढ़ते हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक आम की कीमत लगभग 90 हजार रुपए होगी। विश्रामपुर इलाके के कमलपुर बाग में कोल इंडिया के रिटायर्ड जनरल मैनेजर राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने ये आम अपने बाग में लगाया है और प्रदर्शनी के लिए 639 ग्राम का एक आम यहां लेकर पहुंचे हैं, जिसकी कीमत 1 लाख 82 हजार रू. है।

‘मियाजाकी’ की क्या है खासियत
ये आम जापान में उगाया जाता है और यहां के शहर ‘मियाजाकी’ के नाम पर ही इसका नाम रखा गया है। राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि उनके पास इस प्रजाती के दो पेड़ हैं और पहला फल वे रायपुर लेकर आए हैं। इस आम की खासियत यह है कि फल का जो हिस्सा सूर्य की रोशनी की ओर होता है, उसका स्वाद अलग और जिस हिस्से पर रोशनी नहीं पड़ती उसका टेस्ट कुछ अलग होता है।

उन्होंने बताया कि कॉर्पोरेट कल्चर में बड़े व्यवसायी और उद्योगपति एक दूसरे को ये महंगा आम गिफ्ट करते हैं और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2 लाख 70 हजार रूपए प्रति किलो है। गुप्ता अपने साथ कैलिफोर्निया यूएसए, थाईलैंड, फिलीपींस, चाइना, और बांग्लादेशी प्रजाती के भी आम यहां प्रदर्शनी में लेकर पहुंचे हैं।

प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में जुटे लोग
यहां पहुंची प्रकृति प्रेमी शिल्पा नाहर ने बताया कि प्रदर्शनी अपने आप में बेहद खास है। यहां बेर के साइज के सबसे छोटे आम याकुर्ती और सबसे बड़े हाथीझूल देखने को मिले हैं। उनके मुताबिक छत्तीसगढ़ की अपनी खुद की प्रजाती पवन, स्वर्णप्रभा, गौरव, अचार, छत्तीसगढ़ राज और नंदीराज आम उन्हें यहां देखने मिले। साथ ही ये भी पता चला कि पूरे विश्व में आमों की 1500 से 1600 प्रजातियां पाई जाती है, जिनमें 50 प्रतिशत भारत में ही मिलता है।

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