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पशु पालन महाविद्यालय अंजोरा में नदारद मिले तीन कर्मचारियों को थमाया नोटिस

दुर्ग, पशु चिकित्सा एवं पशु पालन महाविद्यालय अंजोरा में आज संभागायुक्त एवं कुलपति महादेव कावरे ने अचानक दबिश दी। निरीक्षण के दौरान कार्यालयीन समय पर अनुपस्थित पाए गए 03 कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किये जाने हेतु अधिष्ठाता डाॅ. एस.के. तिवारी को निर्देशित किया। साथ ही उपस्थित अधिकारियों/अध्यापको को सख्त निर्देश दिए कि कार्यालयीन समय पर अपने कार्य पर उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी। 

निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्वप्रथम आहार एवं चारा प्रयोगशाला का निरीक्षण किया जहां डाॅ. प्रुस्ति ने बताया कि प्रयोगशाला में पशुओं के आहार के लिए विभिन्न जिलों से प्राप्त नमूनों की जांच की जाती है। जिनमें इथर एक्स्ट्रेक्शन एसेंबली की प्रक्रिया के संबंध में डाॅ. एस.के. तिवारी अधिष्ठाता द्वारा अवगत कराया गया। कुलपति ने नमूने संग्रहण एवं जांच से संबंधित पंजी संधारण के भी निर्देश दिए।

इसके पश्चात् उन्होंने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत निर्मित मीट प्रोसेसिंग लैब का निरीक्षण कर वहां स्थापित प्रसंस्करण को देखा एवं उपस्थित अधिकारी द्वारा लैब में निर्मित उत्पदों के संबंध में अवगत कराया गया। इसके पश्चात कुलपति ने स्पेक्ट्रोफोटोमीटर लैब, फाॅर्मेकोलाॅजी लैब, बाॅयोकेमिकल लैब, बायोक्रोनोलाॅजी लैब, फिजियोलाॅजी लैब के निरीक्षण के दौरान डाॅ. संजय साक्या ने बताया कि विभिन्न प्रकार के जानवरों के डीएनए से संबंधित अनुसंधान के कार्य किये जा रहे है। कोविड-19 के दौरान भी इस प्रयोगशाला द्वारा कोविड जांच हेतु आरटीपीसीआर जांच की सुविधा प्रदान की जा चुकी है। निदेशक शिक्षा के कार्यालय के निरीक्षण के दौरान श्री कावरे ने उपस्थित निदेशक डाॅ. आर.सी. घोष को निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन में निदेशक शिक्षण हेतु आबंटित कक्ष में स्थानांतरण की कार्यवाही यथाशीघ्र करें। 

  0अनुसंधान के कार्य के लिए प्राध्यापको को दिया आश्वासन

पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन विभाग के निरीक्षण के दौरान निदेशक डाॅ. के.मुखर्जी ने कुलपति को अवगत कराया कि विश्वविद्यालय द्वारा कोशली गाय एवं छत्तीसगढ़ बफेलो के नस्ल के पंजीकरण किया गया है, जो कि विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसी क्षेत्र में सोनकुकरी मुर्गी, अंजोरी गोट नस्ल के पंजीकरण के लिए भी निरंतर प्रयास किये जा रहे है जिसमें जल्द सफलता प्राप्त होने की जानकारी दी गई। जिस पर कुलपति श्री कावरे ने विभाग द्वारा किये जा रहे इस कार्य हेतु प्रशंसा व्यक्त की एवं इससे संबंधित प्राध्यापकों को प्रोत्साहित किया एवं सहयोग के लिए आश्वासन दिया।

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