कानून व्यवस्था

बाघ की खाल, दांत व नाखून के साथ चार तस्कर गिरफ्तार; बिक्री के तलाश रहे थे ग्राहक

जगदलपुर, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले के बयानार थाना क्षेत्र में गुरुवार को बाघ की खाल के साथ टेमरू गांव के जंगल से चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियोंं के पास से 20 लाख रुपए के बाघ की खाल, नाखून और दांत के साथ दो मोटर साइकल एवं चार मोबाइल जब्त किया गया है। पुलिस ने चारों तस्करों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

बता दें कि करीब 4 महीने पहले इन्होंने ओरछा इलाके के जंगल में तीर से बाघ का शिकार किया था। फिर खाल, नाखून और दांत निकाले और मांस को खा लिए थे। दरअसल, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की बयानार थाना क्षेत्र के ग्राम टेमरू गांव के जंगल के पास चार व्यक्ति अपने मोटर साइकिल में एक नीले रंग के पालिथीन में वन्य प्राणी बाघ का खाल रखे ग्राहक तलाश रहे हैं। जिस पर पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार के दिशा निर्देशन में साइबर सेल एवं थाना बयानार पुलिस संयुक्त कार्रवाई करते हुए ग्राम टेमरू जंगल के पास दो बाइक पर चार व्यक्तियों को पकड़ा है। तलाशी लेने पर उनके कब्जे में एक नग बाघ खाल पालिथीन के अंदर मिला था, वहीं दूसरे पालिथिन में बाघ के दांत व अवशेष बरामद हुआ।

पूछताछ पर युवकों ने वन्य प्राणी बाघ का खाल एवं अवशेष को बेचने के लिए ग्राहक का इंतजार करना स्वीकार किए। आरोपितों में गोटा 28 वर्ष निवासी ओरछा जिला नारायणपुर, सोनू राम कुमेटी 41 वर्ष निवासी मुरनार पोस्ट कोहकामेटा ओरछा, देउराम उसेंडी 40 वर्ष निवासी उसेबेडा पोस्ट ओरछा एवं लखमु ध्रुव 35 वर्ष निवासी कच्चापाल ओरछा जिला नारायणपुर को गिरफ्तार किया।

इंद्रावती टाइगर रिजर्व से आया था बाघ

एक महीने के अंदर बस्तर में यह दूसरे बाघ का शिकार है। इससे पहले बीजापुर जिले के एक गांव में शिकारियों ने इंद्रावती टाइगर रिजर्व में ही एक बाघ को मार दिया था। अब जिस बाघ का शिकार किया गया है वह भी इंद्रावती टाइगर रिजर्व का ही बताया जा रहा है। जो भटककर नारायणपुर के जंगल में पहुंच गया था।

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