स्वास्थ्य

बारिश में पिंक आई के मामले बढ़े ;मेकाहारा अस्पताल में सात दिनों में 300 केस

रायपुर, राजधानी के कई इलाकों में आंखों की पिंक आई (कंजंक्टिवाइटिस) बीमारी तेजी से फैल रही है। मेकाहारा के नेत्र रोग विभाग में पिछले सात दिनों में करीब 300 केस आए हैं। वहीं जिला अस्पताल में हर दिन औसत 20 मरीज पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र वे निजी अस्पतालों के नेत्र रोग विभाग में भी 30 से 40 प्रतिशत तक मरीज इसी के हैं। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने रायपुर समेत सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है।

संचालक राज्य महामारी नियंत्रक व नेत्र रोग विशेषज्ञ डाक्टर सुभाष मिश्रा ने बताया कि पिंक आई बीमारी मौसम परिवर्तन की वजह से बारिश के मौसम में सामने आती है। लेकिन इस बार काफी अधिक मामले सामने आ रहे हैं। खतरा इसलिए बढ़ जाता है कि यह कोरोना से भी अधिक तेजी से फैलता है। वहीं समस्या गंभीर होने पर कार्नियल अल्सर भी हो सकता है, जिससे आंखों की रोशनी चली जाती है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को जागरूक रहने की अपील की है।

क्या है पिंक आई बीमारी

चिकित्सक ने बताया कि यह एक तरह का वायरल इंफेक्शन है, जो तेजी से फैलता है। यह समस्या मौसम परिवर्तन व नमी की वजह से आती है। इससे पीड़ित मरीज का आंख लाल होना, दर्द, खुजली, सूजन जैसी शिकायतें आती है। संक्रमण बढ़ा तो कार्निया को नुकसान पहुंचाता है। सामान्यत: तीन से चार दिनों में यह ठीक हो जाता है। लेकिन इस बार इसे ठीक होने में पांच से सात दिनों का समय लग रहा है।

बचाव के लिए करें उपाय

चिकित्सकों ने बताया कि लक्षण नजर आए तो घर में अपने उपयोगी सामान अलग कर लें। आंखों में ना रगड़ें। चूंकि यह तेजी से फैलता है इसलिए शारीरिक दूरी बनाएं रखें। साबून से हाथ धाेएं। समस्या पर चिकित्सकीय उपचार जरूर लें। इस बीमारी को लेकर सभी शासकीय अस्पतालों में निशुल्क इलाज व दवा की पर्याप्त उपलब्धता है। आंबेडकर अस्पताल के रेटिना सर्जन डा. संतोष सिंह पटेल ने कहा, पिंक आई वायरल इंफेक्शन है। यह तेजी से फैलता है, जो गंभीर होने पर आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। आंबेडकर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में हर दिन 40 से अधिक केस आ रहे हैं। इसके लिए जरूरी सावधानी बरतें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button