राजनीति

विधानसभा चुनाव; राज्य में विवादित टिप्पणी पर आयोग ने असम के सीएम को थमाया नोटिस, 4 दिनों में मांगा जवाब

रायपुर,  केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सरमा को 30 अक्टूबर शाम पांच बजे तक जवाब देने को कहा है। कांग्रेस की शिकायत पर आयोग ने यह कार्रवाई की है।

कांग्रेस के मुताबिक 18 अक्टूबर को कवर्धा में भाषण के दौरान मंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अकबर को निशाना बनाते हुए सरमा ने भड़काऊ भाषण दिया था। आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा नेताओं द्वारा छत्तीसगढ़ में चुनावी सभा के दौरान समाज के कुछ वर्गों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काने की नीयत से बयान दिए जा रहे हैं, जो कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।

बोले हिमंत बिस्वा सरमा

विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा के पक्ष में प्रचार करने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को प्रदेश की भूपेश सरकार पर हमला किया है। शहर के वाजपेयी मैदान में सरमा ने कहा कि इस देश को विश्व गुरु बनाने के लिए शक्तिशाली ईडी और सीबीआइ की जरूरत है, नहीं तो गोठान घोटाला, कोयला घोटाला, शराब घोटाले का पैसा बाहर कैसे आएगा।

साथ ही कहा कि पूरे भारत में मदरसा बंद होना चाहिए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनाव के समय मंदिर जाते हैं हम तो हमेशा मंदिर जाते हैं। देश के मुसलमान हिंदू से प्यार करते हैं लेकिन कांग्रेस मुसलमानों से प्यार नहीं करती। मैं अब भी अपने इस बयान पर कायम हूं कि देश में मदरसे बंद होने चाहिए।मैं किसी का विरोधी नहीं लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मदरसों के बजाय वहां पर इंजीनियरिंग और मेडिकल कालेज की स्थापना हो जहां पर मुसलमानों के बच्चे भी समान शिक्षा के साथ ही इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई कर सकें।

 छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, महासमुंद और खैरागढ़ में जनसभाओं को संबोधित किया। महासमुंद में सरमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेसी बाबर के अनुयायी हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और मुख्यमंत्री बघेल सनातन धर्म को नुकसान पहुंचा रहे हैं।सरमा ने आरोप लगाया कि पांच साल के राज में कांग्रेसी नेताओं ने जमकर लूट मचाई है। पैसा तो इनके पास ही है। तभी तो ईडी और आइटी के छापे भी इनके ठिकाने पर पड़ रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं को खुद आगे आकर अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना चाहिए और ईडी व आइटी की जांच में सहयोग करना चाहिए। एक सवाल यह भी आया कि भाजपा नेताओं का क्या,उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता सचमुच में गरीब हैं। 

कांग्रेस के इन नेताओं ने की शिकायत

बता दें कि कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे, तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, मुख्य चुनाव समिति के सदस्य उत्तम कुमार रेड्डी, तेलंगाना में कांग्रेस विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क आदि नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से कुल आठ मुद्दों को लेकर शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी।

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