राज्यशासन

TREASURY; महालेखाकार से संबंधित ऑडिट कंडिकाओं एवंं मिलान का कार्य 15 दिवस में करने के निर्देश

*संचालनालय कोष लेखा ने ऑनलाइन गोपनीय चरित्रवाली सॉफ्टवेयर तैयार किया*

*विभागीय कार्यों का त्वरित निराकरण करें -संचालक कोष लेखा कावरे*

रायपुर, संचालनालय कोष लेखा ने योजना भवन,नवा रायपुर में आयोजित कोषालय अधिकारियों एवम् संयुक्त संचालकों की विभागीय समीक्षा बैठक में कोषालय के अधिकारी कर्मचारियों के  ऑनलाइन गोपनीय चरित्रवाली एवं अचल संपत्ति विवरण सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया गया। अचल संपत्ति का विवरण 31 जनवरी तक जमा करना होता है उसके पहले ही ऑनलाइन कर दिया जायेगा,ताकि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपना विवरण भर सके।*

संचालनालय कोष लेखा के द्वारा तैयार किए गए इस ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों में काफी उत्सुकता देखी गई। गोपनीय चरित्रवाली एवम् अचल संपत्ति की विवरण ऑनलाइन होने से विभाग के शासकीय सेवकों को समय पर क्रमोन्नति, समयमान व पदोन्नति का लाभ मिल सकेगा। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से बिना अतिरिक्त संसाधन के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से प्रथम श्रेणी अधिकारियों की गोपनीय चरित्रवाली ऑनलाइन लिखी जा सकेगी।साथ ही अचल संपत्ति की जानकारी भी ऑनलाइन दी जा सकेगी। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से शासकीय सेवक अपने चरित्रवाली के संबंध में किस स्तर पर लंबित है? के संबंध में ऑनलाइन देख सकेंगे।साथ ही गोपनीय चरित्रवाली की जानकारी भी एसएमएस के माध्यम से मिलेगी।

यह सॉफ्टवेयर संचालक कोष लेखा महादेव कावरे के निर्देश पर श्री तिलक शोरी वित्त नियंत्रक एवं श्री कमल वर्मा के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है।वित्त विभाग छत्तीसगढ़ शासन से  विभाग को क्रियान्वयन हेतु अनुमति भी दी गई है। राज्य योजना भवन,नवा रायपुर के सभागार में  विभाग में कार्यरत प्रदेशभर के कोषालय अधिकारियों एवं संयुक्त संचालकों को इस सॉफ्टवेयर के संचालन हेतु प्रशिक्षण भी दिया गया। ऑनलाइन गोपनीय चरित्रवाली सॉफ्टवेयर विभाग में एक अप्रैल  से लागू कर दिया जायेगा।

संचालक महादेव कावरे ने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए संयुक्त संचालक एवम् कोषालय अधिकारियों को लंबित  पेंशन प्रकरण, जीआईएस , ग्रेच्युटी , जीपीएफ अंतिम भुगतान समय पर करने निर्देश दिए। लोक सेवा गारंटी  की बैठक में समीक्षा की गई।बैठक में विभाग द्वारा अलग अलग क्षेत्र में की जा रही कंप्यूटरीकरण कार्य जिसमे ई-कोष, ई-कुबेर, ई-वाउचर एवम्  अन्य ऑनलाइन भुगतान संबंधित  कार्यों की समीक्षा भी की गई। बैठक में न्यायालयीन प्रकरणों एवम् विभागीय जांच को प्रमुखता से निराकरण करने निर्देश भी दिए गए। कोषालय अधिकारियों को महालेखाकार कार्यालय से संबंधित ऑडिट कंडिकाओ और आरबीडी मिलान का कार्य 15 दिवस में संपन्न कराने का निर्देश दिया गया।

विभागीय समीक्षा बैठक में वित्त नियंत्रक तिलक शोरी,अपर संचालक के. एल. रवि, सुश्री अल्पना घोष, के.एल.मरावी, आलोक राय, जयंत देवांगन, मो. इमरान, कमलेश रायस्त, लाजरुस मिंज,दिवाकर राठौर, कमल वर्मा सहित प्रदेशभर के कोषालय अधिकारी उपस्थित रहे।

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