कानून व्यवस्था

SATTA;महादेव सट्टा में आपरेटर गिरीश और सूरज को 14 दिन की जेल

 रायपुर, महादेव एप सट्टेबाजी मामले में (प्रवर्तन निदेशालय) ईडी की गिरफ्त में आए भोपाल के मुख्य आपरेटर गिरीश तलरेजा और कोलकाता निवासी सूरज चोखानी की सोमवार को रिमांड अवधि के समाप्त होने ईडी की विशेष कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। ईडी को सूरज चोखानी और गिरीश तालरेजा से हिरासत में पूछताछ कई राजफाश हुए हैं। जिसके आधार पर अब ईडी उनकी संपत्ति की जानकारी मिली है।

गिरीश तलरेजा लोटस-365 एप के अवैध संचालन में रतन लाल जैन उर्फ अमन और सौरभ चंद्राकर के साथ भागीदार है। गिरीश तलरेजा को लोटस-365 की आय को वैध बनाने में सक्रिय भूमिका निभाते हुए पाया गया। जिसके आधार पर कोलकाता, हरियाणा, दिल्ली, एमपी, महाराष्ट्र और गोवा में कई स्थानों पर जांच की गई थी।

इस जांच में पुणे, महाराष्ट्र से संचालित होने वाली लोटस 365 की शाखाएं भी शामिल थीं। जांच में पता चला कि इस शाखा द्वारा प्रति महीने 50 करोड़ का सट्टा कैश संभाला जा रहा था। गिरीश तलरेजा को इस शाखा के ‘कैश हैंडलिंग वाट्सएप ग्रुप’ के सदस्यों में से भी एक पाया गया। तलाशी के बाद एक करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे।

शेयर निवेश की आड़ में आय को वैध बनाया

हरि शंकर टिबरेवाल ने भारतीय कंपनियों के लिए शेयर निवेश की आड़ में आय को वैध बनाने और छिपाने के लिए सूरज चोखानी का इस्तेमाल किया। हरि शंकर टिबरेवाल के सहयोगियों के नियंत्रण वाली भारतीय कंपनियों के पास 29 फरवरी तक 580 करोड़ रुपये का स्टाक पोर्टफोलियो रखा है। वहीं विदेशी संस्थाओं ने भी एफपीआइ के जरिए भारत में निवेश किया। उनका भी स्टाक पोर्टफोलियो 606 करोड़ रुपये पाया गया है। कुल 1180 करोड़ से ज्यादा का स्टाक पोर्टफोलियो इन कंपनियों के पास है।

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