स्वास्थ्य

AIIMS; साइबर सिक्योरिटी की मदद से रोगियों के डेटा को सुरक्षित रखें

0 एम्स में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव मधुकर कुमार भगत का दौरा, रोगियों और परिजनों से की मुलाकात

रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में साइबर सिक्योरिटी के माध्यम से रोगियों के डेटा को पूरी तरह सुरक्षित करने का सुझाव दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव मधुकर कुमार भगत ने शुक्रवार को एम्स का दौरा कर यहां स्वच्छता और साइबर सिक्योरिटी के विषय में चिकित्सकों और अधिकारियों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने रोगियों और उनके परिजनों के फीडबैक और सुझाव को श्रेष्ठ सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण बताया।

कार्यपालक निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त) ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि एम्स मध्य भारत में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रोगियों की सेवा में निरंतर संलग्न है। उन्होंने कहा कि एम्स की ओपीडी में औसतन तीन हजार रोगी प्रतिदिन पहुंच रहे हैं और 1500 से अधिक ऑपरेशन प्रतिमाह हो रहे हैं। इसके साथ ही शोध और अनुसंधान के माध्यम से भी क्षेत्र की बीमारियों के हल ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी दिशा में आईआईटी भिलाई के साथ एआई संबंधी प्रोजेक्ट पर कार्य किया जा रहा है।

श्री भगत ने एम्स के विभिन्न स्थानों का दौरा किया जिसमें रजिस्ट्रेशन काउंटर्स, ब्लड कलेक्शन सेंटर, ट्रामा एवं इमरजेंसी, सीसीयू, आईसीयू, दंत रोग और हड्डी रोग विभाग शामिल हैं। उन्होंने रोगियों और उनके परिजनों से एम्स में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में भी फीडबैक लिया। श्री भगत ने एम्स में अनुशासन और सफाई की प्रशंसा करते हुए सभी को रोगी सेवा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया।

एम्स में साइबर सिक्योरिटी पर आयोजित संवाद में उन्होंने रोगियों के डेटा और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए साइबर सिक्योरिटी के सभी प्रावधानों को लागू करने पर बल दिया। उन्होंने समय-समय पर इसकी समीक्षा करने के लिए भी कहा।

श्री भगत ने एम्स में चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया। एम्स में इसके अंतर्गत वॉकाथान, नुक्कड़ नाटक और पोस्टर प्रदर्शनी लगाई जा रही है। इसके माध्यम से व्यक्तिगत स्वच्छता और कूड़े का सही निस्तारण करने के लिए रोगियों और उनके परिजनों को जागरूक किया जा रहा है। इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रशासन) कुनाल शर्मा, प्रो. सरिता अग्रवाल, प्रो. एली मोहपात्रा, डॉ. कृष्णदत्त चावली, डॉ. दिबाकर साहू, डॉ. मृत्युजंय राठौर भी उपस्थित थे।

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