LOK SABHA; इंदौर में शंकर लालवानी 10 लाख वोट के पार, NOTA ने बनाया रिकॉर्ड
भोपाल, मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन और खंडवा लोकसभा सीट भी शामिल हैं। इन सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा। इंदौर सीट उस समय देशभर में चर्चा का विषय बनी थी, जब कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नाम वापस लेने की तारीख निकलने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था। इस तरह इस सीट पर कांग्रेस की चुनौती खत्म हो गई थी।
इंदौर में लालवानी को 12 लाख 23 हज़ार 746 वोट मिले है, वहीं नोटा को दो लाख 18 हज़ार 35 मिले है और बसपा के संजय सोलंकी को 51486 वोट मिले है। इंदौर में शंकर लालवानी जीत के बाद नेहरू स्टेडियम पहुँचे और बोले कांग्रेस नकारात्मक रूप में थी इस वजह से नोटा वोट ज़्यादा है। भाजपा ने पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन किया ये मोदी जी के कारण संभव हुआ है। उन्होंने कहा यह जीत मोदीजी के विकास कार्यो की जीत है विकास कि जीत है। कांग्रेस जिसका प्रचार कर रही थी, उसको पिछले चुनाव से कम वोट दिला पाई है।
दिग्विजय सिंह ने किया ऐलान
दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ से हार देखते हुए कभी न चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह अब कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगे| मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों पर वोटों की गिनती अब अंतिम दौर में है। मप्र में सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित हो गई है। इस बार कांग्रेस ने छिंदवाड़ा सीट भी गंवा दी है। मप्र में शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही नामी चेहरे विशाल बढ़त बना चुके हैं। इंदौर में भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी और नोटा रिकॉर्ड बनाने की ओर हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 सीट पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा सीट जीतकर कांग्रेस ने भाजपा को क्लीन स्वीप से रोका था। इस बार ऐसा होता नजर नहीं आ रहा। एग्जिट पोल में भाजपा के इस बार क्लीन स्वीप का अनुमान लगाया गया था।
मप्र में सभी 29 सीटों पर पिछड़ने पर जीतू पटवारी ने कहा-जनादेश को हमें सिर झुकाकर स्वीकार करते हैं
MP Lok Sabha Election Result:सभी 29 सीटों पर पिछड़ने पर जीतू पटवारी ने कहा मध्य प्रदेश में जनता द्वारा दिए जनादेश को हमें सिर झुकाकर स्वीकार करते हैं। हर की जिम्मेदारी मेरी स्वयं लेता हूं पार्टी को आम चिंतन करने की आवश्यकता है। नई ऊर्जा के साथ हम काम करेंगे। मोदी की गारंटी की देश की जनता ने स्वीकार नहीं किया। कुछ कमी रही होगी। तभी तो हम आ रहे हैं। परिणाम अभी पूरे आ जाए हम चिंतन करेंगे