तकनीकी शिक्षण संस्थाओं की हालत खस्ता;कई संस्थान वित्तीय संकट में,संचय निधि के 2.76 करोड़ दबाए, ऐसे कॉलेजों की संबद्धता समाप्त होगी
रायपुर, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों ने संचय निधि की करीब 2.76 करोड़ रुपए की राशि दबा रखी है। विश्वविद्यालय लगातार इसे लेकर नोटिस भी जारी कर रहा है, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया है। 8 इंजीनियरिंग और 2 पॉलीटेक्निक कॉलेज ने नोटिस मिलने के 6 महीने बाद भी संचय निधि जमा नहीं की है। इन्हें अंतिम नोटिस जारी करने की तैयारी प्रबंधन ने की है।
इसके बाद भी संचय निधि की राशि जमा नहीं करेंगे तो इनकी संबद्धता समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि संचयनिधि जमा नहीं करने वाले एक महाविद्यालय के संचालक ने संस्था नहीं चलाने और उसे बंद करने के लिए विवि को चिट्ठी लिखी है। कुलसचिव डॉ. केके वर्मा ने बताया कि शिक्षा सत्र 2021-22 में कोरोना की वजह से छूट दी गई थी। वहीं कुछ कॉलेज संचालक न्यायालय चले गए थे।
इन कॉलेजों ने जमा नहीं किया संबद्धता शुल्क
लगातार नोटिस के बाद भी संचय निधि जमा नहीं करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेजों में श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी खपरी दुर्ग, अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट सोमनी राजनांदगांव, सीएसआईटी पर्रीनाला राजनांदगांव, युगांतर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट राजनांदगांव, एमएम कॉलेज लखोली रायपुर, प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी कॉलेज मुर्रा तिल्दा, टैगोर कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट बिलासपुर, दिशा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी रायपुर, आईबीटी कॉलेज ऑफ डिप्लोमा इंजीनियरिंग भिलाई और आयुष कॉलेज ऑफ पॉलीटेक्निक बिलासपुर शामिल हैं।
60 फीसदी राशि जमा करने वालों को भी नोटिस
पिछले शिक्षा सत्र के दौरान संचय निधि की सिर्फ 60 फीसदी राशि जमा करने वाली संस्थाओं में 20 फार्मेसी कॉलेज, 11 इंजीनियरिंग कॉलेज और 1 पॉलीटेक्निक कॉलेज शामिल हैं। पिछले शिक्षा सत्र के दौरान सीएसवीटीयू से संबद्ध सभी 40 फार्मेसी कॉलेजों ने संचय निधि जमा नहीं की थी। नोटिस के बाद 20 संस्थाओं ने शुल्क जमा किया, वहीं 20 संस्थाओं ने 60 फीसदी ही राशि जमा की। इसी तरह 26 इंजीनियरिंग महाविद्यालयों में से 18 ने शुल्क जमा नहीं किया था।