POLITICS;सरसंघचालक मोहन भागवत की तीमारदारी पर गरमाई सियासत,कांग्रेस ने मंत्री जायसवाल को घेरा…
बयानबाजी
रायपुर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम में स्वास्थ्य अमले की तैनाती को लेकर सियासत तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्वीट के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल घेरते हुए कहा कि बस्तर से सरगुजा तक स्वास्थ्य के अभाव से आम जनता मर रही है. ऐसे में मोहन भागवत की तीमारदारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले को झोंक दिया है. इन सब का ज़िम्मेदार कौन है?
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ‘ब्रोकर’
कैबिनेट की बैठक में राइस मिलर्स के भुगतान के फ़ैसले पर पीसीसी चीफ ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मिलर्स और सरकार के बीच सिर्फ़ ‘ब्रोकर’ का काम कर रहे हैं, लेकिन मन और दिल से मांग पूरी नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस सरकार ने 15 साल का पैसा दिया है. ये सरकार मिलर्स पर छापा मार रही है.
पूर्व सीएम भूपेश की ट्वीट
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों 5 दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं. संघ प्रमुख का 27 दिसंबर से 1 जनवरी तक कार्यक्रम राजधानी में चल रहा है. लेकिन मोहन भागवत के इस दौरे को लेकर कलेक्टर गौरव सिंह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निशाने पर आ गए हैं. उन्होंने कलेक्टर पर निशाना साधते हुए संघ प्रमुख के कार्यक्रम के लिए सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. उन्होंने यह भी पूछा है कि कलेक्टर संघ का सदस्य तो नहीं ?
दरअसल, बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रायपुर के RSS कार्यालय में कलेक्टर द्वारा आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं से संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने के आदेश की कॉपी साझा करते हुए लिखा, “मोहन भागवत जी आरएसएस के प्रमुख हैं, जैसा कि संघी दावा करते हैं कि आरएसएस एक सांस्कृतिक संस्था है और इसका भाजपा से कोई संबंध नहीं। लेकिन यह एक बड़ा झूठ है।”पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आरएसएस कोई पंजीकृत संस्था नहीं है, और मोहन भागवत जी किसी संवैधानिक पद पर नहीं हैं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि ऐसे में कलेक्टर महोदय किस हैसियत से उनका कार्यक्रम जारी कर रहे हैं और डॉक्टरों की ड्यूटी किस आधार पर लगाई जा रही है?