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WAR;परमाणु युद्ध होता तो भारत मिटा देता पाकिस्तान का नामोनिशान… इंडोनेशिया वायुसेना के सामने प्लान का खुलासा

वार

जकार्ता, पाकिस्तान अगर भारत के खिलाफ मई महीने में हुए संघर्ष के दौरान परमाणु बम चलाता तो भारत क्या करता? इसका खतरनाक खुलासा इंडोनेशिया में भारतीय डिफेंस अताशे ने किया है। जकार्ता में तैनात भारतीय दूतावास में रक्षा अताशे कैप्टन (भारतीय नौसेना) शिव कुमार ने इंडोनेशियाई वायु सेना के सामने भारत के फैसले के बारे में बताते हुए पड़ोसी देश को साफ साफ शब्दों में चेतावनी दी है।

इंडोनेशिया एयरफोर्स यूनिवर्सिटी में आयोजित दो अहम सेमिनारों के दौरान भारत ने दुनिया को अपनी परमाणु नीति का स्पष्ट और कड़ा संदेश दिया है। भारतीय नौसेना के कैप्टन शिव कुमार ने खुलासा करते हुए कहा है कि अगर पाकिस्तान परमाण बम गिराता तो भारत उसे नक्शे से मिटा देता।

ऑपरेशन सिंदूर पर इंडोनेशिया में बात करते हुए कैप्टन (भारतीय नौसेना) शिव कुमार ने कहा कि “यदि भारत पर (पाकिस्तान) परमाणु हमला होता है, तो यह बहुत स्पष्ट है कि हमारी नीति है कि पाकिस्तान का अस्तित्व नहीं रहेगा।” उनकी इस टिप्पणी को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है और उन पाकिस्तानियों के लिए एक संदेश माना जा रहा है, जो बार बार और हर बात पर परमाणु बम निकालने की धमकी देते रहते हैं। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में साफ कर दिया है कि वो किसी भी प्रकार के न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी साफ साफ शब्दों में कहा है कि ‘भारत अब आतंकी घटनाओं को भारत के खिलाफ युद्ध के तौर पर देखेगा।’

भारत ने युद्ध को पूरी तरह से कंट्रोल में रखा

इंडोनेशियाई वायु सेना विश्वविद्यालय ने भारत-पाकिस्तान हवाई युद्ध का विश्लेषण करने के लिए सेमिनार आयोजित किया था, जिसमें उन्नत मिसाइलों, ड्रोन और एयर डिफेंस सिस्टम के अभूतपूर्व इस्तेमाल पर बात की गई। इंडोनेशिया की वायुसेना का मकसद भारतीय वायुसेना ने जितनी सटीकता के साथ पाकिस्तान के अंदर हमले किए, आतंकी ठिकानों को तबाह किए और फिर पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर हमले किए, उसके बारे में ऑपरेशनल जानकारी लेते हुए युद्ध के बारे में जानकारी हासिल करना था। भारत ने पाकिस्तान के नूर खान (चकलाला, रावलपिंडी) एयरबेस, रफीकी (शोरकोट) और भोलारी सहित 11 पाकिस्तानी वायु सेना (PAF) ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। सेमिनार के दौरान इंडोनेशियाई रक्षा विशेषज्ञों ने माना कि भारत ने ‘न्यूक्लियर थ्रेशोल्ड’ के नीचे रहते हुए एक संतुलित लेकिन प्रभावशाली सैन्य जवाब दिया और भारत ने युद्ध को पूरी तरह से कंट्रोल में रखा।

पाकिस्तान एयरफोर्स के ज्यादातर विमानों को नष्ट कर सकता था

भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ अत्याधुनिक प्रिसिजन-गाइडेड मिसाइलों, स्टील्थ ड्रोन और एंटी-रेडिएशन हथियारों का इस्तेमाल किया। भारतीय हमले इतने सटीक और तेज थे कि पाकिस्तान की वायुसेना के लड़ाकू विमान अपने एयरबेस से उड़ान ही नहीं भर पाए। यह ऑपरेशन भारतीय वायुसेना की तकनीकी श्रेष्ठता और रणनीतिक स्पष्टता का प्रमाण बनकर उभरा है। कई इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स ने कहा है कि भारत एक ऐसी स्थिति में पहुंच गया था, जहां वो चाहता को पाकिस्तान एयरफोर्स के ज्यादातर विमानों को नष्ट कर सकता था, लेकिन भारत ने युद्ध को बेकाबू होने से रोकने के लिए ऐसा करने से परहेज किया। भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस पर सटीक हमले कर सिर्फ संदेश दिया कि अगर पाकिस्तान युद्ध भड़काता है तो फिर भारत क्या कर सकता है।

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