कला-साहित्य

FILM; प्रदेशभर में ‘चार साहिबज़ादे’ फिल्म के नि:शुल्क प्रदर्शन की मांग

रायपुर, छत्तीसगढ़ सिख समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक में देश-प्रेम, धर्म-रक्षा और राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले चार साहिबज़ादों की अमर शहादत को जन-जन तक पहुँचाने हेतु राज्य सरकार से फिल्म के निशुल्क प्रदर्शन की सराहनीय पहल करने की माँग की गई है। समाज ने आग्रह किया है कि प्रदेश के सभी सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स एवं पीवीआर में एक दिन के लिए “चार साहिबज़ादे” फिल्म सहित उन पर आधारित एल्बम एवं लघु फिल्मों का निशुल्क प्रदर्शन किया जाए।
सिख समाज का मानना है कि इस प्रकार के नि:शुल्क प्रदर्शन से लोग धर्म एवं देश की रक्षा के लिए दिए गए अद्वितीय बलिदान को समझ सकेंगे और उसे आत्मसात कर पाएँगे। विशेष रूप से बच्चों एवं युवाओं को यह प्रेरणा मिलेगी कि कैसे श्री गुरु तेग बहादुर साहिब , श्री गुरु गोबिंद सिंह, माता गुजरी एवं चार साहिबज़ादे—बाबा अजीत सिंह , बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने राष्ट्र, धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। बैठक में यह भी अपील की गई कि अभिभावक अपने बच्चों के साथ यह फिल्म अवश्य देखें और घर जाकर उन्हें गुरुओं एवं साहिबज़ादों के बलिदान, त्याग और राष्ट्र-प्रेम की गाथा को सरल शब्दों में समझाएँ, ताकि आने वाली पीढ़ी में देशभक्ति और धर्म-निष्ठा के संस्कार मजबूत हो सकें।
छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से अनुरोध किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप, पूरे प्रदेश में एक सप्ताह 5 जनवरी 2026 श्री गुरु गोबिंद सिंह की जयंती तक चार साहिबज़ादों की गाथा को फिल्म प्रदर्शन के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाया जाए। बैठक में छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा संरक्षक देवेंद्र सिंह सिब्बल के साथ नरेंद्र सिंह हरगोत्रा, स्वर्ण सिंह चावला, कुलवंत सिंह खालसा, मनजीत सिंह भाटिया, जागीर सिंह बावा, देवेंद्र सिंह चावला, रणजीत सिंह खनूजा, अमृत सिंह सूर, जसप्रीत सिंह चावला, इंदर पाल सिंह गांधी, गुरमीत सिंह छाबड़ा एवं मानवेंद्र सिंह डडियाला सहित समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।

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