अर्धनग्न विरोध प्रदर्शन में दिखा गुस्सा, प्रदर्शनकारियों ने कहा-आज करो, अर्जेंट करो, हमको परमानेंट करो
रायपुर, शनिवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अनियमित कर्मचारी रायपुर पहुंचे। यहां नवा रायपुर के तूता में इन सभी कर्मचारियों ने अर्धनग्न विरोध प्रदर्शन किया। सभी कर्मचारी तपती दुपहरी में कमीज उतारकर धरने पर बैठ गए, यहां नियमित करने को लेकर नारेबाजी करने लगे।
इन कर्मचारियों का समर्थन करने प्रदेश के पूर्व प्रमुख सचिव और भाजपा नेता गणेश शंकर मिश्रा भी तूता के धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा- आज अनियमित कर्मचारियों के आंदोलन में आए कई साथी ऐसे भी हैं जो मेरे अधीनस्थ कार्य कर चुके हैं और आज अहंकारी कांग्रेस के वादाख़िलाफ़ी के कारण तपती गर्मी में प्रदर्शन करने पर ये मजबूर हैं। मगर आने वाले वक्त में ये कर्मचारी कांग्रेस को जवाब देंगे।
कर्मचारियों की यहां एक सभा भी आयोजित की गई। कर्मचारियों ने बताया कि पिछले चुनावों में कांग्रेस पार्टी के नेता हमारे आंदोलन पंडालों में आते रहे और यही कहते रहे कि उनकी सरकार बनी तो 10 दिनों में नियमित करेंगे। मगर अब तक वादा न पूरा होने की वजह से कर्मचारी परेशान हैं, कई बार विभागों में जानकारी मांगी गईं, लगा कि अब बात बनेगी। मगर हमेशा की तरह नियमितिकरण अटका ही हुआ है।
रैली में आए सैंकड़ों कर्मचारियों ने अपनी कमीज उतार दी। अर्ध नग्न होकर कर्मचारियों ने जोर-जोर से एक ही नारा लगाया कि आज करो अर्जेंट करो, हमको परमानेंट करो…। कर्मचारी नेता गोपाल प्रसाद साहू ने बताया कि 60 अनियमित संगठन के अनियमित कर्मचारी इस आंदोलन में शामिल हैं। इसमें संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक, जाबदर, ठेकाकर्मी नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं।
आम पार्टी ने समर्थन किया
छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के आवाहन पर नियमितिकरण की मांग के लिए शासन का ध्यान आकृष्ट करने हेतु 54 विभागों के अनियमित कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए कुच किया। जिसे पुलिस द्वारा रोक दिया गया। यह अर्धनग्न आंदोलन सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ, सेवा समाप्ति के खिलाफ, प्लेसमेंट एवं ठेका प्रथा के विरोध में श्री गोपाल प्रसाद साहू प्रांतीय संयोजक के नेतृत्व में किया गया। आम आदमी पार्टी के जिला सचिव व कर्मचारी नेता विजय कुमार झा एवं गौरव सिंह ने तूता जाकर आंदोलनकारियों के आंदोलन का समर्थन किया तथा 10 दिन में नियमितिकरण का जन घोषणापत्र व मंच में किए गए वादे को पूरा करने की बजाय, सदन में मुख्यमंत्री द्वारा विभागों से जानकारी न आना, आरक्षण की व्यवस्था, भर्ती की प्रक्रिया आदि की बहानेबाजी कर छत्तीसगढ़ के गरीब व अल्प वेतनभोगी कर्मचारियों के साथ में छलावा किया जा रहा है। श्री झा ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि *क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो इरादा*। शीघ्र अनियमित कर्मचारियों को रिक्त पदों पर नियमित किया जाकर, सेवा समाप्त किए गए कर्मचारियों को वापस सेवा में पुनर्स्थापित किया जाना चाहिए।