CONVOCATION; बीएएलएलबी ऑनर्स के 150, एलएलएम. प्रोग्राम के 90 छात्रों को प्रदान की गई डिग्री
0 हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का सप्तम दीक्षांत समारोह
रायपुर, हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एचएनएलयू) रायपुर का सप्तम दीक्षांत समारोह कल नवा रायपुर में उच्चतम न्यायालय एवं हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलाध्यक्ष न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।दीक्षांत समारोह में बीएएलएलबी ऑनर्स के 150 छात्रों को तथा एल.एल.एम. प्रोग्राम के 90 छात्रों ने डिग्री दी गई। इसी प्रकार 4 पीएच.डी. स्कॉलर्स को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री प्रदान की गई।
दीक्षांत समारोह में 12 स्नातक तथा 2 स्नातकोत्तर छात्रों को उनकी अद्वितीय अकादमिक उपलब्धियों हेतु 36 स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। इन पदकों में चांसलर स्वर्ण पदक, विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, छत्तीसगढ़ राज्य बार कौंसिल स्वर्ण पदक, स्वर्गीय श्री कमल नारायण शर्मा स्वर्ण पदक, स्वर्गीय श्रीमती शांति देवी अग्रवाल स्मारक स्वर्ण पदक, श्री विद्याधर मिश्र स्मारक स्वर्ण पदक, श्री दिनेश प्रसाद श्रीवास्तव स्मारक स्वर्ण पदक, स्वर्गीय श्री हमीदुल्लाह खान पूर्व एमएलए कबीरधाम स्वर्ण पदक, स्वर्गीय श्री के.पी. मुंशी स्वर्ण पदक, सैयद वाकिल अहमद रिज़वी स्वर्ण पदक जैसे प्रतिष्ठित पदक शामिल हैं।
एलएलएम डिग्री प्राप्तकर्ताओं में उल्लेखनीय श्री प्रियेश पाठक, जिनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता और दृढ़ संकल्प का साधुवाद करते हुए छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और कुलाधिपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने मंच से नीचे उतरकर प्रियेश को डिग्री प्रदान की।
यह समारोह विश्वविद्यालय के वैधानिक समितियों के सदस्यों, वाईस-चांसलर तथा डीन्स द्वारा अकादमिक प्रोसेशन के साथ आरम्भ हुआ। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं एचएनएलयू के कुलपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने कार्यक्रम में छात्रों को डिग्री प्रदान की। कार्यक्रम में न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल, न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़, तथा न्यायमूर्ति पी. सैम कोशी, न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, तेलंगाना, न्यायमूर्ति जी. रघुराम, पूर्व निदेशक, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री अनिरुद्ध बोस ने समारोह के दीक्षांत सम्बोधन में विधि कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नए बदलाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विधि क्षेत्र में महिलाओं तथा छात्राओं ही बढ़ती सहभागिता तथा प्रभाव पर ख़ुशी जाहिर की। उन्होंने विभिन्न कैरियर अवसर जैसे जुडिशरी शिक्षण, रिसर्च या किसी लॉ फर्म आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विधि क्षेत्र में सफलता का एक मात्र सूत्र परिश्रम है। उन्होंने डिग्री अर्जित करने वाले स्टूडेंट्स को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
दीक्षांत कार्यक्रम में विशिष्ट शिक्षाविद विशेषकर प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चान्सलर, आईआईएलएम विश्वविद्यालय, प्रो. (डॉ.) आर. वेंकटा राव, निदेशक, इंडिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लीगल एजुकेशन एंड रिसर्च, गोवा, प्रो. (डॉ.) परमजीत जसवाल, कुलपति, एसआरएम यूनिवर्सिटी, सोनीपत, प्रो. (डॉ.) विजेंद्र कुमार, कुलपति, एमएनएलयू, नागपुर, प्रो. (डॉ.) निष्ठा जसवाल, कुलपति, एचपीएनएलयू शिमला, प्रो. (डॉ.) एस. शांताकुमार, निदेशक, जीएनएलयू, गांधीनगर भी इस समारोह में शामिल हुए।