कानून व्यवस्था

Coldrif Syrup; महज 9 रुपए के लिए बच्चों की जिंदगी का सौदा!, डॉ. प्रवीण सोनी ने कबूली कमीशन की बात

भोपाल, कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ से मध्य प्रदेश में 25 बच्चों की मौत के मामले ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है. इस बीच बच्चों को ‘जहरीली’ कफ सिरप लिखने वाले आरोपी डॉक्टर प्रवीण सोनी ने कमीशन के काले खेल का खुलासा किया है. करीब 90 रुपए वाली यह कफ सिरप की एक बोतल पर डॉक्टर को 9 रुपए का कमीशन मिलता था.

जांच में सामने आया है कि 89.10 रुपए यानी करीब 90 रुपए की बिकने वाली कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर डॉक्टर को 10% कमीशन मिलता था. यानी सिरप की एक बोतल पर 9 रुपए के कमीशन के लिए आरोपी डॉक्टर इलाज कराने के लिए आने वाले बच्चों को पर्चे में यह सिरप लिखकर देता था.

कोर्ट में कबूला अपना गुनाह

आरोपी डॉक्टर प्रवीण सोनी ने कोर्ट में कमीशन की बात कबूली है. उसने स्वीकारा कि इलाज कराने आने वाले मरीजों के पर्चे में कोल्ड्रिफ कफ सिरप लिखने के बदले उसे श्रीसन फॉर्मा कंपनी से कमीशन मिलता था.

पत्नी का था मेडिकल स्टोर

जांच में खुलासा हुआ कि छिंदवाड़ा जिले के परासिया की जिस मेडिकल स्टोर पर यह दवा मिलती थी, वह डॉक्टर की पत्नी द्वारा संचालित की जाती थी. पुलिस ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया है.

सिरप में DEG तय मानक से ज्यादा

जांच के दौरान ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) की मात्रा तय मानक से 48.6 फीसदी ज्यादा पाई गई, जो 0.1 फीसदी होनी चाहिए थी. इस कफ सिरप को पीने से बच्चों की किडनी फेल हुई और मध्य प्रदेश में 25 बच्चों की मौत हो गई. मध्य प्रदेश सरकार ने कोल्ड्रिफ के अलावा रिलाइफ और रेस्पीफ्रेश टीआर सिरप पर बैन लगाया है.

श्रीसन कंपनी पर लटका ताला

मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप से बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद तमिलनाडु सरकार ने यह सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फॉर्मा पर बड़ा एक्शन लिया है. कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. साथ ही अब कंपनी पर हमेशा के लिए बंद हो गई है. ED की 12 घंटों तक चली रेड की कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं.. कंपनी पर आरोप है कि मिलावटी कफ सिरप बेचकर करोड़ों रुपये अवैध धन इकट्ठा किया गया. PMLA एक्ट की तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

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