ED ने चीफ सेक्रेटरी को लिखा- पूछताछ में नहीं आ रहे अफसर; शराब घोटाले का है मामला
रायपुर, प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी को ED ने खत भेजा है। बंद लिफाफे में सरकार को भेजे गया ये पत्र चर्चा में है। पिछले दिनों आबकारी विभाग, कुछ IAS अफसर और कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापा भी पड़ा था। सारा का सारा मामला शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। ED के भेजे गए खत में इस बात का खुलासा हुआ है कि प्रदेश के अफसर ED के बुलाने पर पूछताछ में नहीं शामिल हो रहे।
चीफ सेक्रेटरी को ED की ओर से ये खत ED के असिस्टेंट डायरेक्टर टी मीणा ने भेजा है। खत में लिखा गया है कि हम प्रदेश में मनी लॉन्ड्रिंग शराब घोटाले की जांच कर रहे हैं। प्रदेश के एक IAS अफसर का भी नाम चिट्ठी में है। शराब बेचने वाली सरकारी एजेंसी के MD एपी त्रिपाठी का भी जिक्र है। लिखा गया है कि समंस भेजने के बाद भी ये अधिकारी पूछताछ के लिए नहीं आ रहे हैं। ED की ओर से मुख्य सचिव को जांच में सहयोग करने के आग्रह के साथ ये बात भी लिखी गई है कि संबंधित अधिकारियों को पूछताछ के लिए भेजें।
पिछले महीने पड़ा था छापा
पिछले महीने ED ने शराब कारोबारी बलदेव सिंह भाटिया, भिलाई के होटल संचालक विनोद सिंह, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, उनके भाई अनवर ढेबर, दुर्ग जिला मुख्यालय की बात करें तो नेहरू नगर निवासी एन उदय राव, शराब कारोबारी पप्पू बंसल खुर्सीपार, अतुल सिंह स्मृति नगर, संजीव फतेपुरिया नेहरू नगर, आबकारी अफसर एपी त्रिपाठी के ठिकानों की जांच की थी। इस जांच में ED को कुछ ठोस सबूत मिले है। हालांकि अब तक शराब घोटले को लेकर ED की ओर से कोई खुलासा नहीं किया गया है।
इधर त्रिपाठी भेजे गए छुट्टी पर
शराब के कारोबार में मनी लॉन्ड्रिग और जिस घाेटाले की जांच ED कर रही है वो अफसर एपी त्रिपाठी के आस-पास घूम रही है। खबर है कि त्रिपाठी को छुट्टी पर भेजा गया है। उनकी जगह राकेश कुमार मंडावी (अपर आयुक्त आबकारी) को विभाग का जिम्मा दिया गया है। आबकारी निगम के MD एपी त्रिपाठी समेत रायपुर-बिलासपुर के बड़े ठेकेदारों, डिस्टलरी के प्रबंधकों के कार्यालय एवं दफ्तरों में छापेमारी और पूछताछ कर चुकी है। तब मिले इनपुट पर सरकारी शराब दुकानों के सुपरवाइजर और सेल्समैन से लगातार पूछताछ की गई थी। त्रिपाठी स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के MD हैं।