FERTILIZER; खाद की किल्लत और कालाबाजारी के खिलाफ प्रदर्शन, किसानों ने नेशनल हाइवे किया जाम

महासमुंद, छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में लंबे समय से खाद की किल्लत और खाद की कालाबाजारी चल रही है. जिससे अंचल के किसान काफी आक्रोशित हैं. किसानों का सोमवार को गुस्सा फूट पड़ा. बसना विधानसभा के सांकरा अंचल के सैकड़ों किसानों ने नेशनल हाईवे- 53 में चक्काजाम कर दिया.
घंटों चक्काजाम और शासन प्रशासन के खिलाफ किसान उग्र प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करते रहे. वहीं किसानों के प्रदर्शन का भी समर्थन मिला. कांग्रेस के किसान नेता और जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए. बता दें कि महीनों बीत जाने के बाद भी किसानों को सरकारी सोसायटियों के माध्यम से अब तक पर्याप्त मात्र में खाद की आपूर्ति नहीं की गई है.
खाद नहीं मिलने से एक तरफ किसान परेशान हैं, उनकी फसल खराब हो रही है. वहीं बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि अगर सरकारी सोसायटियों में खाद आपूर्ति नहीं है तो फिर प्राइवेट सेक्टरों के दुकानों में कैसे ट्रकों से यूरिया और DAP खाद आ रहा है.कांग्रेस किसान नेता आरोप लगा रहे हैं कि, शासन प्रशासन जानबुझकर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा रही है. अब किसान प्राइवेट सेक्टर से 266 रुपए के यूरिया को 1000 रुपए में खरीदने को मजबूर है. दुकानदार खाद की कालाबाजारी कर किसानों को मनमाने कीमत पर बेच रहें हैं
किसानों ने ओडिशा में खाद की तस्करी करने का आरोप भी लगाया है. वहीं क़ृषि विभाग के अधिकारी का कहना है कि, शासन की ओर से खाद की आपूर्ति कम हो रही है इसलिए समस्या आ रही है. फिलहाल किसानों को समझाया गया है कि और वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई है.
इस माह मिलेगा 60 हजार टन अतिरिक्त यूरिया
भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ के लिए 60 हजार टन अतिरिक्त यूरिया का आबंटन स्वीकृत किया है। इसमें सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में 20 हजार टन, द्वितीय सप्ताह में 35 हजार टन और शेष 5 हजार टन की आपूर्ति माह के अंत तक सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की हर आवश्यकता पर राज्य सरकार संवेदनशील है और यह अतिरिक्त आबंटन उनकी खरीफ फसलों को सुरक्षित रखने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीफ सीजन में किसानों को खाद की आपूर्ति उनकी समयबद्ध जरूरतों के अनुरूप प्राथमिकता से की जा रही है। अब तक निर्धारित लक्ष्य का 98 प्रतिशत यूरिया किसानों तक पहुँच चुका है।