HEALTH;सिम्स में होंगी एम्स जैसी सुविधाएं,कोनी में सिम्स के लिए 40 एकड़ जमीन आरक्षित
0 सिम्स को कोनी में स्थानांतरित करने चरणबद्ध रूप से शुरू करें प्रक्रिया0 मार्च के प्रथम सप्ताह में सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल का होगा शुभारंभ
बिलासपुर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कल बिलासपुर में छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (सिम्स) का निरीक्षण कर अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। श्री जायसवाल ने कहा कि शासन की मंशा है कि सिम्स में भी भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जैसी सुविधाएं विकसित की जाएं, इसके लिए तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को बेहतर बनाते हुए चिकित्सा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को अलग-अलग करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद श्री जायसवाल ने अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सिम्स की व्यवस्था में और सुधार के लिए मरीजों के इलाज (क्लिीनिकल) एवं प्रशासनिक व्यवस्था दोनों को अलग-अलग किया जायेगा। अस्पताल प्रशासन के लिए एमबीए उत्तीर्ण प्रशासक और एक जनसम्पर्क अधिकारी नियुक्त किये जाएंगे। श्री जायसवाल ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री का प्रभार लेने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचकर सिम्स में अधिकारियों की बैठक लेकर इस आशय के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोनी में सिम्स के नये भवन के लिए लगभग 40 एकड़ भूमि आरक्षित रखी गई है। शहर के बीचों-बीच स्थित सिम्स को कोनी में स्थानांतरित करने के लिए चरणबद्ध रूप से तैयारी शुरू करने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक के पूर्व सिम्स अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण भी किया। इलाज कराने पहुंचे मरीजों से मुलाकात कर व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने कोनी में निर्माणाधीन मल्टी स्पेश्यालिटी अस्पताल के बचे काम को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। मार्च महीने के प्रथम सप्ताह में इसका लोकार्पण किया जायेगा। कैंसर अस्पताल के काम में भी गति लाकर समयसीमा में पूर्ण करने को कहा है। श्री जायसवाल ने कहा कि सिम्स अस्पताल बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल हैं। रायपुर एम्स जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं यहां विकसित की जायेंगी। अस्पताल में जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर की जायेगी।