एक वेंटिलेटर से 4 मरीजों को मिलेगी मदद,डीआरडीओ कर रहा है तैयार
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश के अस्पतालों में वेंटिलेटर की कमी को दूर करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ आगे आया है। डीआरडीओ ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जिससे एक वेंटिलेटर से एक बार में चार मरीजों को मदद दी जा सकेगी. डीआरडीओ के निदेशक का कहना है कि इसके लिए हम कोई नया वेंटिलेटर नहीं बना रहे हैं, बल्कि जो पहले से हैं, उन्हीं में कुछ संशोधन कर रहे हैं। इस तरह से कोरोना से पीड़ित किसी भी मरीज को वेंटिलेटर की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा डीआरडीओ 20 हजार पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट हर दिन बनाने की तैयारी में भी जुटा हुआ है. युद्धस्तर पर बनाए जा रहे हैं N99 मास्क
डीआरडीओ निदेशक डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि हमारे संस्थान में रात-दिन युद्धस्तर पर N99 मास्क बनाए जा रहे हैं। किसी भी स्तर पर इसकी कमी नहीं होने दी जाएगी। दिल्ली पुलिस को अभी तक 40 हजार मास्क की सप्लाई की जा चुकी है। वहीं दिल्ली पुलिस सहित देशभर में डीआरडीओ ने एक लाख लीटर सैनेटाइजर की सप्लाई भी की है। यूपी में वेंटिलेटर और मास्क-सैनेटाइजर बिक्री पर रोक इधर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से वेंटिलेटर और मास्क-सैनेटाइजर बनाने वालों को खास हिदायत दी गई है कि अगले आदेश तक तीनों ही सामान का निर्यात न किया जाए. इतना ही नहीं, देश में भी वेंटिलेटर और मास्क-सैनेटाइजर को खुले बाजार में नहीं बेचा जाएगा. इस वक्त जितना भी सामान कंपनी में रखा है वो वहीं रहेगा. जब भी जरूरत होगी तो उसे सिर्फ जनता के लिए सरकार ही खरीदेगी. अगर कोई कंपनी सरकार के इन निर्देशों का उल्लघंन करती है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.