कोरोना; दीगर राज्यों में फंसे हैं छत्तीसगढ़ के 7 हजार श्रमिक
मुख्यमंत्री ने दूसरे राज्यों के मंत्रियों से बात कर आश्रय स्थलों में ठहरने, भोजन, चिकित्सा सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई ,जम्मू-कश्मीर मेंं हैैंं हजार मजदूर
रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में लागू लॉकडाउन की स्थिति में देश के विभिन्न राज्यों और राज्य के अनेक स्थानों तथा संस्थानों में फंसे श्रमिकों के समस्याओं का समाधान कर प्रशंसनीय कार्य किया है। 31 मार्च की स्थिति में लगभग 6 हजार 937 श्रमिक कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे हुए थे। श्री बघेल के मार्गदर्शन में अनेक राज्यों में फंसे श्रमिकों को भूखे रहने की स्थिति उत्पन्न ना हो तथा उनके रहने-खाने की उचित व्यवस्था हो इसके लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। संकटग्रस्त श्रमिकों के लिए कारखाना प्रबंधकों, ठेकेदारों से सम्पर्क कर तथा कारखानों में निमित निरिक्षण कर रहने-खाने की सुविधाएंे जुटाई जा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर जम्मू कश्मीर में लॉकडाउन के कारण फंसे छत्तीसगढ़ के एक हजार मजदूरों की सहायता के लिए त्वरित अमल शुरू हो गया है। श्रम विभाग के सचिव सोनमनी बोरा ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बी.व्ही.आर. सुब्रमण्यम से बात कर छत्तीसगढ़ के इन श्रमिकों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था का अनुरोध किया था। जिस पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा छत्तीसगढ़ के फंसे इन एक हजार श्रमिकों के ठहरने-भोजन सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई हैं।
देश के विभिन्न राज्यों में फंसे श्रमिकों के ठहरने, खाने-पीने तथा अन्य जरूरी सामानों की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए राज्य स्तर और जिला स्तर पर हेल्पलाईन नम्बर जारी किया। जिनमें राज्य हेल्पलाईन नम्बर 9109849992 और 07712443809 है। साथ ही विभिन्न राज्यों में फंसे हुए श्रमिकों के समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर विभिन्न राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों तथा केन्द्र सरकार के नोडल अधिकारियों से सतत् समन्वय कर जहां श्रमिक फंसे हुए थे वहां श्रमिकों को त्वरित सहायता प्रदान करते हुए उनके ठहरने, भोजन आदि की व्यवस्था की गई। कहीं-कहीं पर जहां श्रमिक पहले से ही ठहरे हुए थे, श्रमिकों द्वारा चांवल, दाल, सब्जी-भाजी की कमी बताए जाने पर स्थानीय अधिकारियों से सम्पर्क कर तत्काल श्रमिकों के लिए चांवल, दाल, सब्जी, मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के 19 जिलों के श्रमिक 21 अन्य राज्यों में फंसे होने की जानकारी मिली है, इनमें महाराष्ट्र में एक हजार 667, उत्तरप्रदेश में एक हजार 348, जम्मू में एक हजार 125, तेलंगाना में 878, गुजरात में 381, कर्नाटक में 295, आंध्रप्रदेश में 193 श्रमिकों की पहचान कर भोजन, ठहरने तथा अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया। इसी प्रकार तमिलनाडू में 160, केरल में 155 और पंजाब में 154 श्रमिक जो लॉकडाउन के कारण फंसे हुए थे उनके लिए भी स्थानीय अधिकारियों से समन्वय कर सभी आवश्यक व्यवस्था की गई।
825739 485928Extremely clean web site , thanks for this post. 997539