टोल फ़्री नम्बर निदान-1100 में भी कोरोना से संबंधित शिकायत दर्ज होगी
रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना के संक्रमण के रोकथाम राज्य सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन ने आज महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए शहरी क्षेत्र के समस्त नागरिकों हेतु निदान-1100 की सेवाओं में कोरोना वायरस से संबंधित शिकायतो के लिये भी इसमें सुविधा दी गई है।
प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में निवासरत नागरिक अब टोल फ़्री नम्बर निदान-1100 में भी कोरोना वायरस से संबंधित शिकायत/सुझाव दर्ज करा सकते हैं। ज्ञात हो कि प्रदेश में COVID-19 के संक्रमण को रोकने हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के समस्त स्विमिंग पूल, जिम, मॉल, स्पा, ब्यूटी पार्लर, कोचिंग सेंटर, क्लब, वॉटर पार्क आदि बंद किए जाने के निर्देश प्रसारित किए गए हैं। जागरूक नागरिक इस आदेश का उल्लंघन कर रहे संस्थानों/व्यक्तियों की शिकायत 1100 पर फ़ोन कर कर सकते हैं।
इसके साथ ही यदि नागरिकों की जानकारी में कोई ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने हाल ही में विदेश यात्रा की हो एवं स्वास्थ्य परीक्षण न कराया हो, ऐसे व्यक्तियों से संबंधित जानकारी भी 1100 पर दी जा सकती है। कोरोना के संक्रमण की रोकथाम में मदद करेंगे वालंटियर्स
रायपुर, कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए युवाओं, नागरिकों को वालंटियर्स के रूप में संगठित किया जाएगा। राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सभी संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलेक्टर तथा सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को पत्र जारी कर युवाओं और नागरिकों को चिन्हित कर उन्हें वालंटियर्स और स्वयंसेवी व्यक्तियों के रूप में संगठित करने के निर्देश दिए गए है। पत्र में कहा गया है कि निकट भविष्य में नोवेल कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए शासकीय अमलें के अतिरिक्त मानव संसाधन की आवश्यकता हो सकती है। जिसे ध्यान में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों में सहयोग के लिए युवाओं एवं नागरिकों को वालंटियर्स और स्वयंसेवी व्यक्तियों को चिन्हित कर गठित करने के लिए हर स्तर पर तत्काल कदम उठाए जाएं। वालंटियर्स को गठित करने के लिए एन.सी.सी., एन.एस.एस. स्काउट गाइड, टेरिटोरियल आर्मी, स्वयंसेवी संस्थाएं, सामाजिक संस्थाएं इत्यादि का सहयोग प्राप्त किया जा सकता हैं। संगठित सभी वालंटियर्स का डाटाबेस तैयार करने तथा उन्हें कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी और प्रशिक्षण देकर निकट भविष्य में सहयोग के लिए तैयार किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि अल्प अवधि में वालंटियर्स की सेवाओं का लाभ लिया जा सके।