HFU;भर्ती में अनियमितता, साक्षात्कार का नियम नहीं, फिर भी तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती में रखा प्रावधान
रायपुर, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में नियुक्तियों में अनियमितता के आरोप थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सहायक प्राध्यापक नियुक्ति मामले की जांच शुरू हो गई है और अब तृतीय और चतुर्थ श्रेणी पदों पर हो रही नियुक्त पर भी गड़बड़ी का मामला सामने आया है।
दरअसल केंद्र सरकार ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया बंद करने का नियम बनाया है, लेकिन विश्वविद्यालय में इस श्रेणी के पदों पर नियुक्तियों के लिए स्किल टेस्ट के नाम पर साक्षात्कार लिया जा रहा है। इसके अलग-अलग श्रेणी में 30 से 40 नंबर स्किल टेस्ट रखे गए हैं। अधिकारियों से भृत्य के लिए स्किल टेस्ट का क्या पैमाना है? यह पूछने पर अधिकारी कुछ भी बता नहीं पा रहे हैं। स्किल टेस्ट के लिए इतने अधिक नंबर रखने की अपनी गलती को भी स्वीकार कर रहे हैं।
लगातार सामने आ रही गड़बड़ियां
अभी महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में तृतीय श्रेणी में 14 और चतुर्थ श्रेणी में यानी भृत्य के सात पदों पर भर्ती होनी है। तृतीय श्रेणी कर्मचारी भर्ती पर स्किल टेस्ट के 30 अंक और भृत्य के पदों पर भर्ती के लिए 40 नंबर निर्धारित किए गए हैं। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भर्ती में हो रही गड़बड़ियां लगातार सामने आ रही हैं।
इसी तरह विश्वविद्यालय में 35 पदों पर हुई सहायक प्राध्यापक भर्ती के मामले का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध किया है। उन्होंने भर्तियों में बरती गई अनियमितताओं का राजफाश किया, जिसके बाद राज्य शासन ने भर्ती प्रक्रिया स्थगित कर दी है। गड़बड़ियों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी बनाई है। कमेटी 15 दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट देगी।