मनोरंजन

AWARD; लापता लेडीज ने जीते रिकॉर्डतोड़ 13 फिल्म फेयर अवॉर्ड पुरस्कार…

मेहनत का केवल परिणाम नहीं होता बल्कि प्रेरणा भी होती है अन्य के लिए। 70वे फिल्म फेयर अवॉर्ड में ये बात एक बार फिर प्रमाणित हुई । किरण राव की फिल्म “लापता लेडीज” ने सत्तर साल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सर्वाधिक 13अवार्ड्स जीतने की बराबरी  की। इससे पहले 2020 में “गली” फिल्म ने तेरह अवार्ड्स जीते थे।
फिल्म फेयर अवॉर्ड की कीमत बॉलीवुड के कलाकारों के लिए मायने रखता है क्योंकि इसमें द बेस्ट का चयन ज्यूरी और आम जनता के माध्यम से होता है
फिल्म फेयर अवॉर्ड का जन्म राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अवार्ड्स के साल 1954 में हुआ। फिल्म फेयर अवॉर्ड  हिंदी भाषी फिल्मों के लिए शुरू हुआ था कालांतर में  ये अन्य भाषाओं की फिल्मों को भी  दिया जाने लगा।
21मार्च 1954 को पहला फिल्म फेयर अवॉर्ड  दिया गया। इस साल केवल पांच श्रेणी के पुरस्कार  दिए गए। सर्वश्रेष्ठ  फिल्म, निर्देशक,नायक नायिका, और संगीतकार।”दो बीघा जमीन”   सर्वश्रेष्ठ नायक दिलीप कुमार (दाग), सर्वश्रेष्ठ नायिका मीना कुमारी (बैजू बावरा) और नौशाद सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के रूप में फिल्म बैजू बावरा के लिए चयनित हुए।
जैसे जैसे साल बीतते गए अवॉर्ड्स की संख्या बढ़ते गई।1955 में सर्वश्रेष्ठ सहनायक,सहनायिका,1959 में सर्वश्रेष्ठ  सर्वश्रेष्ठ गायक ,गायिका 1971 में सर्वश्रेष्ठ समालोचक फिल्म,1998 में  नवागंतुक नायक नायिका पुरस्कार,  2010में  सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अवॉर्ड्स की शुरुआत हुई।  अब कहानी, पटकथा, संवाद, एडिटिंग, कोरियोग्राफी, कला निदेशक , कैमरामैन,  एक्शन,  स्पेशल इफेक्ट, कास्ट्यूम डिजाइन  लाइफ टाइम, स्पेशल परफॉर्मेंस,  म्यूजिक टेलेंट , ओटीटी जैसे श्रेणी में भी31 पुरस्कार दिए जा रहे है।
एक व्यक्ति अधिकतम कितने
फिल्म फेयर अवॉर्ड पा सकता है?
ये  प्रश्न जेहन में आना संभव है लोगो को लगता है कि कोई नायक ही सबसे अधिक फिल्म फेयर अवॉर्ड जीत सकता है। ऐसा नहीं है। सबसे अधिक  22फिल्म फेयर अवॉर्ड गुलज़ार को मिले है। 13सर्वश्रेष्ठ गीतकार, 4संवाद,  और एक एक सर्वश्रेष्ठ क्रिटिक फिल्म, निर्देशक, कथा,  डॉक्यूमेंट्री सहित लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड है। दूसरे नंबर पर ए आर रहमान और अमिताभ बच्चन है जिन्हें 17- 17 अवार्ड्स मिले है। बतौर नायक अमिताभ बच्चन को 4 और आलिया भट्ट को 6 अवार्ड्स मिले है।
इस बार के फिल्म फेयर अवॉर्ड शो में लापता लेडीज को  सर्वश्रेष्ठ फिल्म, निर्देशक किरण राव,  सर्वश्रेष्ठ नायिका(क्रिटिक) प्रतिभा कांटा, सहनायक रवि किशन, सहनायिका  छाया कदम, नवागंतुक नायिका (क्रिटिक) निशांति गोयल, म्यूजिक एल्बम राम संपत, गायक अरिजीत सिंह, स्क्रीन प्ले और डायलॉग स्नेहा देसाई, गीत प्रशांत पाण्डेय, बेक ग्राउंड स्कोर राम संपत,  कास्ट्यूम  दर्शन जलान,ले गए।
लापता लेडीज, वास्तव में शोरगुल और परंपरागत  मसाला फिल्मों से अलग ग्रामीण परिवेश में सपना देखने वाली युवती की कथा है।प्रतिभा कांटा के इर्द गिर्द ये फिल्म चलती है । सही मायने में लापता  लेडीज समाज को बहुत कुछ पता देती है।स्त्रियों को सपना देखने और उसे हकीकत में बदलने को। बधाई लापता लेडीज टीम…..

स्तंभकार-संजय दुबे 

Related Articles

Back to top button