लाक डाउन में जुआ खेलना महंगा पडा, महामारी एक्ट में फंसे जुआरी
11 लाख रुपये के साथ 13 जुआरी बंदी, जुआ एक्ट के साथ धारा 188 भी रायपुर, लॉकडाउन में जहां सड़केंं, शहर, गाँव वीरान हो गए हैं, तो वहीं इस सन्नाटे का फायदा उठाकर राजधानी में अब जुआरी सक्रिय हो गए है। ऐसे ही 13 जुआरियों को राजधानी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं एक जुआरी पुलिस को देख कर एक मंजिल से कूद गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इन जुआरियों के पास से 11लाख नगद भी जब्त की है।
जानकारी के मुताबिक बीती रात शंकर नगर चौपाटी स्थित हिमांशु चक्रवर्ती अपने मकान में जुआ खिला रहा था। सिविल लाइन पुलिस को इसकी सूचना मुखबिर से मिली। सूचना मिलने के बाद पुलिस देर रात मौके पर पहुंची तो जुआ खेल रहे जुआरी भागने की कोशिश करने लगे। इनमें से एक जुआरी डीडी नगर निवासी धंजय सिंह एक मंजिला छत से कूद गया। पुलिस ने घायल जुआरी को रात में ही अस्पताल में भर्ती कराया, बाकी सभी जुआरियों को गिरफ्तार कर सिविल लाइन थाने लाया गया है।
अमूमन ऐसे मामलों में पुलिस जिस तरह जुआ एक्ट का इस्तेमाल करती है वह मुचलका का मसला होता है, जिससे सभी आसानी से छूट जाते हैं। लेकिन अबकि गूगली हो गई है, पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन पर धारा 188 के साथ साथ महामारी एक्ट भी जोड़ दिया है। ज़ाहिर है अब मसला ज़मानती नहीं रहा हैं।पकड़े गए जुआरियों में हिमांशु चक्रवर्ती, आशीष प्रशाद, राकेश डोंगरे, तरनीज सलूजा, अनिल शुक्ला, सुनील शुक्ल, राम गुप्ता, संजय कुकरेजा, मनोहर सिंधी, दिनेश मोटवानी, सिद्धार्थ कल्याणी, मो नावेद और तरुण नानवानी शामिल था। पकड़े गए आरोपियों के पास से 11 लाख के आस पास नगदी जब्त की गई है।