TIGER;छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या 35 पहुंची, मंत्री केदार कश्यप बोले-बेहतर वन प्रबंधन का नतीजा

रायपुर, छत्तीसगढ़ में अभी बाघों की संख्या बढकर 35 हो गई है। वर्ष 2022 में हुई गणना के अनुसार बाघों की संख्या 17 थी। बाघों के अस्तित्व और संरक्षण के लिये छत्तीसगढ़ में जो कार्य हुए है, उसके परिणाम स्वरूप आज प्रदेश में बाघों की संख्या में दोगुनी वृद्धि हुई है। यह न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि भारत के लिए भी गर्व की बात है।

वनमंत्री केदार कश्यप की पहल से बाघ रहवास वाले क्षेत्रों के प्रबंधन के फलस्वरूप बाघों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व और इंद्रावती टाइगर रिजर्व क्षेत्र, सीतानदी उदंति क्षेत्र, गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व में बाघों के उचित प्रबंधन को लेकर वन विभाग विभाग बेहतर कार्य कर रही है। प्रदेश में बाघों की संख्या बढ़ाने में राष्ट्रीय उद्यानों के बेहतर प्रबंधन की मुख्य भूमिका है। छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा जंगल से लगे गांवों के साथ बेहतर संबध बनाकर उन्हें वन्य जीवों के प्रति संवेदनशील किये। इसके साथ ही बहुत बड़ा भूभाग जैविक दवाब से मुक्त कराया गया है।
घास के मैदान विकसित किए गए
टायगर रिजर्व क्षेत्र में वन विभाग ने विशेषज्ञों की मदद लेकर स्थानीय प्रजातियों के घास के मैदान विकसित किये। जिससे शाकाहारी वन्य प्राणियों के लिए वर्षभर चारा उपलब्ध होता है। संरक्षित क्षेत्रों में रहवास विकास कार्यक्रम चलाया जाकर सक्रिय प्रबंधन से विगत वर्षों में अधिक हिरण की संख्या वाले क्षेत्र से कम संख्या वाले हिरण विहीन क्षेत्रों में सफलता से हिरणों को स्थानांतरित किया गया है। इस पहल से हिरण, जो कि बाघों का मुख्य भोजन है, उनकी संख्या में वृद्धि हुई है और पूरे क्षेत्र में हिरण की उपस्थिति पहले से अधिक हुई है।
वन्यजीवों की निगरानी के लिए ड्रोन और थर्मल कैमरे का उपयोग
अफसरों के अनुसार टाइगर रिजर्व में चरागाहों का रखरखाव, जल संसाधन विकास और आक्रामक पौधों को हटाने का कार्य निरंतर चल रहा है।कान्हा में गांवों को कोर क्षेत्र से स्थानांतरित कर दिया गया है, जिससे मानवीय हस्तक्षेप कम हो गया है और वन्यजीवों को स्वतंत्र रूप से घूमने की अनुमति मिलती है। छत्तीसगढ़ वन विभाग जंगल में वन्यजीवों की आवाजाही और व्यवहार पर नज़र रखने के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए और वन सुरक्षा समितियों की मदद से सतत निगरानी में ड्रोन और थर्मल कैमरों का इस्तेमाल कर रहा है ताकि जानवरों और इंसानों के बीच संघर्ष को कम किया जा सके।
वन्य जीवों का शिकार नियंत्रित-केदार
वनमंत्री केदार कश्यप ने बाघों की संख्या में वृद्धि को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने वन्य जीवों के शिकार को पूर्ण रूप से नियंत्रित करने का प्रयास किया है और वन्य जीवों का शिकार करने वाले शिकारीयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में अभी बाघों की संख्या 35 हो गई है।