जिला प्रशासन

9 दिन में अग्नि स्नान जिला कार्यालय भवन की मरम्मत, कर्मयोगी अभियंताओं की परिश्रम की देन

बलौदाबाजार लोक निर्माण विभाग संभाग के अंतर्गत सभी अभियंताओं का प्रगतीशील सोच एवं हमेंशा चुनौती के साथ, कार्य को धरातल पर लाने की जीवटता एवं जुझारूपन के कारण, पुरे प्रदेश में ‘‘प्रेंरणा स्त्रोत‘‘ क्षेत्र बनकर अपनी उपस्थिति दर्ज किये है। अविभाजीत मध्यप्रदेश शासन काल के समय से ही बलौदाबाजार तहसील अत्यंत ही ‘‘शांती प्रिय‘‘ एवं भाईचारा के साथ ‘‘प्रेम-स्थली‘‘ क्षेत्र बनकर इतिहास के पन्नों में दर्ज है। ‘‘संत बाबा घासीदास‘‘ का तपोभूमि एवं जन्म स्थलीय गिरोधपुरी बलौदाबाजार के अंतर्गत रचा-बसा है। इस क्षेत्र का प्रेम-सौहार्द की भाषा – ‘‘मनखे-मनखे एक समान‘‘ है।

15 मई 2024 को ‘‘संत बाबा घासीदास‘‘ जी के तपस्थलीय ‘‘अमर-गुफा‘‘ में स्थित जैतखंम के साथ असमाजिक तत्वों द्वारा छेड़खानी एवं ‘‘शांति-प्रतीक-सफेद झंडा‘‘ को जमीन में फेंक दिये थे। जिससे बाबा के भक्तों द्वारा तुरंत ही शासन को अवगत कराते हुए अपराधाी तत्वों के विरूद्ध सख्त कारवाही करने की मांग की गई। संवेदनशील छ.ग. शासन द्वारा इस गंभीर अपराध पर जांच कमेटी तुरंत ही गठित किया गया है। किन्तु शासन की सुस्त प्रकिया के कारण अंदर ही अंदर भक्तों में असंतोष गहराता रहा। बाबा के भक्तों द्वारा 10 जून 2024 को बलौदाबाजार के ‘‘दशहरा-मैंदान‘‘ में प्रातः 12ः00 बजें एकत्रित होकर, जिला कलेक्टर के माध्यम से शासन को ज्ञापन देने के लिए रैली के रूप में हजारो भक्त एवं भाई बंधु के साथ, नारे बाजी करते हुए पुलिस अधिक्षक कार्यालय के सामने एकत्रित हुए। अचानक भीड़ उग्र होकर बेकाबू हो गई और पुलिस जवानों एवं सुरक्षा कर्मीयों को धकियाते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय, आबकारी विभाग, तहसील एवं आदिम जाति कल्यांण विभाग के कार्यालय में बलात-प्रवेश कर तोड़-फोड़ एवं आगजनी किये और इसके साथ-साथ कार्यालय के सामने रखे 150 दोपहियां, 40 चारपहिया, 100 साइकिले के अलावा दमकल विभाग के वाहनों में भी आग लगा दिये। इसके अतिरिक्त उपरोक्त सभी शासकीय कार्यालयों के अति महत्वपूर्णं शासकीय दस्तावेजों को भी जल गये। इससे शासन को अपार राजस्व की हानि हुई है।

उन्माद एवं उग्र भीड़ का शिकार हमेशा शासकीय सम्पत्ति एवं बेगुनाह गरीब जनता और हाट-बाजार की दुकाने होती है। ऐसी हू-ब-हू घटना 10 जून 2023 के दोपहर 3ः00 बजे शुरू हुई। उग्र एवं बेकाबू भीड़ पुलिस अधिक्षक कार्यालय, आबकारी विभाग कार्यालय, तहसील कार्यालय, आदिम जाति विभाग कार्यालय, जिला पंजीयक कार्यालय एवं जिला कंपोजिट भवन के कार्यालयों में बलात-प्रवेश कर अति महत्वपूर्ण शासकीय दस्तावेजों एवं फर्नीचरों के साथ पुरे शासकीय कार्यालय भवनों को आग के हवाले कर दिये एवं इसके साथ ही शासकीय कार्यालय के सामने रखे सभी वाहनों को भी जला दिये गयें। जिससे शासन को असीमित राजस्व की हानी हुई है।

10 जून 2024 के रात से ही राजधानी रायपुर से शासन के उच्च अधिकारी एवं जन प्रतिनिधियों का आकास्मिक दौरे होने लगे। छ.ग. शासन द्वारा बलौदाबाजार लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को अग्नि-स्नान हुये समस्त कार्यालयों को अविलंब दुरस्त करने का मौखिक आदेश दिये गये। रायपुर जिलाधीश ने बलौदाबाजार लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता टी.सी. वर्मा को कितने दिनों के अंदर सभी भवनों को दुरस्त करने का प्रश्न किया गया था तो जवाब में श्री वर्मा ने 10 दिन का समय सीमा के अन्दर कार्य पूर्ण करते हुए शासन को सौपने का चुनौती को स्वीकार किये। ठीक दुसरे दिन 11 जून 2024 से बलौदाबाजार लोक निर्माण विभाग के कर्मयोगी अभियंताओं ने रात दिन के अथक परिश्रम से निर्धारित समय सीमा के अंदर (9 दिन) समस्त क्षतिग्रस्त हुए भवनों को जीर्णोद्धार एवं पहले से बेहतर मजबूती के साथ शासन को  समर्पित कर दिये है। 

इस महत्वपूंर्ण चुनौती पूंर्ण कार्य में बलौदाबाजार लोक निर्माण विभाग के कर्मयोगी अभियंताओं के दल के अथक परिश्रम के कारण कार्य सम्पन्न हुए एवं सभी अभियंताओं के प्रगतिशील सोच के कारण ही अल्प समय में चुनौती पूर्ण कार्य धरातल पर आना संभव हुआ। कर्मयोगी अभियंता विभाकर जोशी (उप-अभियंता), असीम प्रभा पैकरा (उप-अभियंता), रीना कोरी (उप-अभियंता), एम.एल. नायक , टी.सी. वर्मा (कार्यपालन अभियंता), रकेश कश्यप (स्थल सहायक) एवं पुना राम साहू (मिस्त्री एवं उनके परिश्रमी मजदूर) इस महत्वपूर्ण कार्य को पुरा करने में तन-मन-धन से लगे रहें। छ.ग. शासन द्वारा अभी तक कोई भी राशि आबंटित नहीं की गई है। लोक निर्माण विभाग बलौदाबाजार के कार्यपालन अभियंता टी.सी. वर्मा की जीवटता एवं जुझारूपन के अलावा 40 वर्षो का अनुभव के साथ बाजार में जमी व्यक्तिगत साख के कारण ही कार्य कम समय के अंदर सम्पन्न हो पाया है। 

टी.सी. वर्मा कार्यपालन अभियंता सुधार कार्य के चलते अपने समस्त कर्मयोगी अभियंता दल के साथ रात-दिन कंधा-से-कंधा मिला कर कार्य स्थल पर डटे रहें और सभी अभियंतागण 9 दिनों तक अपना पसीना बहाकर कार्य को धरातल पर लायें। इस बलौदाबाजार लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं में एकजुटता एवं आपसी भईचारे के कारण ही सीमित-दिनों के अंदर कम खर्चो पर चुनौती पूर्णं कार्य सम्पन्न हुए है। करोना काल के दुसरे दौर के डरावनी एवं माहामारी के समय बलौदाबाजार के कर्मठ अभियंताओं ने मिलकर बलौदाबाजार शासकीय अस्पताल का जीर्णोद्धार एवं उन्नतिकरण का कार्य मात्र 07 दिनों में पूर्ण कर जन-सेवा का कार्य कियें है। उस वक्त लाक-डाऊन के कारण पुरा देश घर में बंद था। उस वक्त बाजार से मजदूर एवं समान लाकर कार्य को सम्पन्न कराना भी एक चुनौती पूर्णं कार्य था। फिर भी जुझारू एवं कर्मठ अभियंता अपनी आपसी सूझबुझ एवं समर्पण की भावना लेकर कार्य को सम्पन्न कियें है, जो अनुकरणीय है। 

इंजीनियर तपन चक्रवर्ती

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