नीलांचल के खिलाड़ियों ने देश का बढ़ाया मान; छत्तीसगढ़ को 7 स्वर्ण,2 रजत,12 कांस्य पदक मिला
नीलांचल संस्थापक संपत अग्रवाल ने चैम्पियन खिलाड़ियों को मोमेंटो एवं साल-श्रीफल से किया सम्मानित
महासमुंद, पांचवे इंटरनेशनल कराते चैंपियनशिप विशाखापट्टनम में आयोजित स्पर्धा में भारत ने फाइनल में बांग्लादेश की खिलाड़ी को हराकर स्वर्णिम सफलता हासिल की है. वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश के 42 खिलाड़ियों में बसना क्षेत्र के 21 नीलांचल खिलाड़ियों ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। 8 व 9 जनवरी को स्वर्ण भारती इंडोर स्टेडियम में लगभग 10 देशों से 1000 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ के 42 खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। जिसमे 07 स्वर्ण पदक, 02 रजत पदक और 12 कांस्य पदक समेत कुल 21 पदक छत्तीसगढ़ मिला। यूनाइटेड शोतोकन कराटे एसोसिएशन के प्रेसिडेंट शिहान वरुण पांडे, कराटे संघ के महासचिव उपेंद्र प्रधान, उपाध्यक्ष खिलेश बरिहा, पिथौरा प्रभारी मीरा पंडा, हेमराज साहू, केदारनाथ दीवान, भुवनलाल ध्रुव, बीएस भंडारी, रवि पाण्डेय, वीरेंद्र डडसेना, रेशमा कुर्रे समेत खिलाड़ी शामिल हुए।
वहीं गुरुवार को नीलांचल भवन में पदक लेकर बसना पहुँचे खिलाड़ियों का नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक सम्पत अग्रवाल ने भव्य स्वागत किया। खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करते हुए नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक सम्पत अग्रवाल ने चैम्पियन खिलाड़ियों को मोमेंटो एवं साल-श्रीफल से सम्मानित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना दी। कराटे संघ के महासचिव उपेंद्र प्रधान ने नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक सम्पत अग्रवाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कराटे के लिए जरुरी प्रशिक्षण, मैट की व्यवस्था के साथ हर सम्भव मदद श्री अग्रवाल ने किया है। जिसके परिणाम स्वरूप आज भारत को स्वर्ण पदक मिल सका है। पदक दिलाने वाले बसना क्षेत्र के सभी खिलाडी नीलांचल सेवा समिति के सदस्य है जिन्होंने देश का मान बढ़ाया है।
इन खिलाड़ियों को मिला “पदक”
स्वर्ण पदक -खिलेश बरीहा, केदारनाथ दीवान, हेमराज साहू, जगन्नाथ साहू, मीरा पण्डा, संजय जगत, गजेंद्र मेहेर। रजत पदक– नंदिनी नायक, जीया ध्रुव। कांस्य पदक – वीरेंद्र डडसेना, योगेश्वरी, सरोजनी, नोनीबाई, गामिनी सिदार, रुकमणी रौतिया, रोशनी चौहान, सुरेखा डहरिया, युक्ति साहू, रितांजली सुना, प्रियंका साहू, कमलेश साहू।