BJP; केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर बन सकते हैं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संघ-मोदी दोनों की पसंद
राष्ट्रीय अध्यक्ष

नईदिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जल्द ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है। लंबे समय से अटकलों और नामों के चर्चे के बीच अब यह लगभग तय माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद और पार्टी संगठन के अनुभवी नेता मनोहर लाल खट्टर को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। केंद्रीय मंत्री खट्टर का नाम इस पद के लिए सबसे आगे चल रहा है और पार्टी सूत्रों की मानें तो लगभग 90% निर्णय उनके पक्ष में हो चुका है। इस बार पार्टी अध्यक्ष के तौर पर किसी महिला नेता या ओबीसी चेहरा सामने आने की अटकलें थीं लेकिन जिन नाम पर सहमति बनी है वो न तो महिला हैं और न ओबीसी समुदाय से आते हैं। फिर भी संघ और प्रधानमंत्री मोदी दोनों की मंजूरी मिलने से मनोहर लाल खट्टर का नाम सबसे मजबूत बन गया है।
गुरुवार को तय हो सकती है चुनाव की तारीख
बीजेपी की आंतरिक चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक गुरुवार शाम को पार्टी की चुनाव समिति की बैठक हो रही है, जिसकी अध्यक्षता डॉ. के. लक्ष्मण करेंगे। इस बैठक में बीजेपी के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और सांसद संबित पात्रा भी मौजूद रहेंगे। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की तारीख तय की जाएगी। बताया जा रहा है कि नए अध्यक्ष की घोषणा पीएम मोदी की विदेश यात्रा से वापसी के बाद ही की जाएगी। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री पांच देशों की यात्रा पर गए थे और उनकी वापसी का इंतजार किया जा रहा था ताकि पार्टी नेतृत्व का फैसला उनके मार्गदर्शन में लिया जा सके।
संघ और बीजेपी में काम करने का लंबा अनुभव
71 वर्षीय हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अभी राज्य की करनाल लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हरियाणा के रोहतक में जन्मे खट्टर पंजाबी बिरादरी से आते हैं। 2014 में हरियाणा के सीएम बनने से पहले वे बीजेपी के संगठन का ही काम संभाल रहे थे। उससे पहले वे लंबे समय तक आरएसएस के प्रचारक थे। वे 1977 से ही संघ से जुड़ गए और आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर खुद को जन सेवा के लिए समर्पित किया। आरएसएस के प्रचारक के तौर पर उन्होंने 14 साल काम किया और फिर 1994 से इसके राजनीतिक संगठन बीजेपी में सक्रिय हो गए। हरियाणा में ही उन्हें सबसे पहले पीएम मोदी के साथ मिलकर संगठन का काम करने का मौका मिला था।
जुलाई में नड्डा की जगह कमान संभालेंगे नए अध्यक्ष
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी, 2023 में ही पूरा हो चुका था। 2019 में उन्हें अमित शाह की जगह पहले कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुन लिया गया। 2023 में उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया। पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया। तब लगा कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी से जल्द मुक्ति मिल जाएगी। क्योंकि, बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद की व्यवस्था का प्रचलन है। लेकिन, इसके बाद एक-एक करके विधानसभा चुनाव होते गए और नड्डा अपने पद पर बने रहे। फिर पार्टी के संगठनात्मक चुनावों की वजह से नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव टलता गया। अब ज्यादातर राज्यों में संगठन का चुनाव पूरा हो चुका है, इसलिए जुलाई में पार्टी को नए अध्यक्ष मिल जाना तय माना जा रहा है।
घोषणा के साथ बड़े बदलाव संभव
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी संगठन और सरकार में बदलाव तय माना जा रहा है। बीजेपी में परंपरा रही है कि बड़े फेरबदल के दौरान संगठन से कुछ लोग मंत्रिमंडल में जाते हैं और मंत्रिमंडल से कुछ लोग संगठन की जिम्मेदारी संभालते हैं। इस बार भी ऐसा ही कुछ होने के आसार हैं।