
बहुचर्चित 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में फंसे आबकारी अफसर और रिटायर्ड अधिकारियों को कमीशन में 88 करोड़ मिलने का आरोप ईओडब्ल्यू ने न्यायालय में प्रस्तुत चार्जशीट में लगाया है। आबकारी विभाग के 29 अधिकारियों में 4 उपायुक्त, 13 सहायक आयुक्त, 9 जिला अधिकारी,3 सहायक जिला आबकारी अधिकारी है। इनमें से 7अधिकारी रिटायर्ड हो गए है।
ईओडब्ल्यू की माने तो 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में सरकारी अधिकारियों को 88 करोड़ रुपए मिले है। याने कुल घोटाले का सिर्फ 3.63 प्रतिशत। 96.37 फीसदी पैसा आबकारी मंत्री से लेकर, आईएएस, विभाग के सचिव, सहित निजी व्यक्तियों सहित अज्ञात व्यक्तियों को मिला।
ईओडब्ल्यू के अनुसार जिन अधिकारियों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया गया है उसमें नोहर सिंह ठाकुर उपायुक्त सबसे अधिक 11.55 करोड़ रुपए पाए है। सबसे कम आलेख राम सिदार को 0.49 लाख रुपए मिलने का आरोप है।
करोड़पति आबकारी अधिकारी
1.नोहर सिंह ठाकुर सहायक आयुक्त 11.55करोड़
2.नीतू नोतानी उपायुक्त 7.78 करोड़
3.नवीन प्रताप तोमर सिंह तोमर 6.70करोड़
4.राजेश जायसवाल जिला आबकारी अधिकारी 5.78करोड़
5.इकबाल खान सहायक जिला अधिकारी 4.62करोड़
6.अभिषेक नेताम आबकारी उपायुक्त 4.44करोड़
7.अशोक कुमार सिंह जिला आबकारी अधिकारी 3.33करोड़
8.विकास गोस्वामी सहायक आयुक्त 3.12करोड़
9.दिनकर वासनिक सहायक आयुक्त 2.91.करोड़
10.मोहित जायसवाल जिला आबकारी अधिकारी 2.72करोड़
11.आशीष कोसाम सहायक आयुक्त 2.53करोड़
12.सौरव बख्शी सहायक आयुक्त 2.36करोड़
13.जी आर नरुटी सहायक आयुक्त 2.32करोड़
14.जी पी दर्री सहायक आबकारी अधिकारी 2.32करोड़
15.ए के सिंह जिला आबकारी अधिकारी 2.22करोड़ 16.प्रकाश पाल सहायक आयुक्त 2.01करोड़
17.जनार्दन कौरव सहायक आबकारी अधिकारी 1.92करोड़
18. जे आर मंडावी जिला आबकारी अधिकारी 1.81करोड़
19.रामकृष्ण मिश्र सहायक आयुक्त 1.69करोड़
20.मंजू श्री कसेर जिला आबकारी अधिकारी 1.63करोड़
21.वेदराम लहरें जिला आबकारी अधिकारी 1.55करोड़
22.देवलाल वैद्य जिला आबकारी अधिकारी 1.50करोड़
23.एल एल ध्रुव उपायुक्त 1.45करोड़
24.नितिन खंडूजा सहायक आबकारी अधिकारी 1.00करोड़
लखपति अधिकारी
1.जी आर पैकरा सहायक आयुक्त 0.84लाख
2.विजय सेन शर्मा उपायुक्त 0.75 लाख
3 प्रमोद कुमार नेतामसहायक आयुक्त 0.71लाख
4 सोनल नेताम सहायक आयुक्त 0.53 लाख
5.आलेख राम सिदार 0.49 लाख
मजे की बात यह भी है कि उपायुक्त पद पर कार्यरत प्रमोद कुमार नेताम सिर्फ 0.71लाख कमीशन पाए वही सहायक जिला आबकारी अधिकारी इकबाल सिंह 4.62 करोड़ कमीशन पा गए। तीन महिला अधिकारी भी आरोप पत्र में है। इनमें नीतू नोतानी, उपायुक्त 7.78 करोड़, सोनल नेताम सहायक आयुक्त 0.53लाख और मंजुश्री कसेर जिला आबकारी अधिकारी पर 1.63 करोड़ रुपए की कमीशन लेने का आरोप है। आबकारी विभाग के अधिकारियों के क्रम में आयुक्त, उपायुक्त,सहायक आयुक्त,जिला आबकारी अधिकारी,सहायक जिला आबकारी अधिकारी और आबकारी निरीक्षक पद है। आश्चर्य की बात है कि एक भी आबकारी निरीक्षक का नाम चालान में नहीं है।
वेतन की बात करे तो उपायुक्त को लगभग 2 लाख, सहायक उपायुक्त को 1.5लाख, जिला आबकारी अधिकारी को 1.25लाख, और सहायक आबकारी अधिकारी को 1.00 लाख रुपए वेतन मिलता है। इस हिसाब से आबकारी विभाग के उपयुक्त नोहर सिंह ठाकुर ने सिर्फ 3साल में अपने61साल का और नीतू नोतानी ने 42साल का वेतन कमीशन में कमा लिया।
भारी दबाव के चलते निलंबन न करने के लिए इच्छुक आबकारी विभाग को अंततः कार्यरत आबकारी अधिकारियों को निलंबित करना पड़ा है। निलंबित अधिकारियों को विभागीय जांच का सामना करना पड़ेगा। आर्थिक अपराध अनुसंधान विभाग इनके विरुद्ध अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने का अलग प्रकरण दर्ज करेगा ( राजनैतिक दबाव न हो तो)। अगर ऐसा होता है तो गंभीर आपराधिक प्रकरण के चलते पांच साल बहाली नहीं होगी ( उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार)।
स्तंभकार-संजय दुबे