CRIME; वन अधिकार पट्टा फर्जीवाडा,पूर्व सरपंच समेत 3 गिरफ्तार,गांव को बसे 50 साल नहीं हुए वहां भी बंट गया पट्टा

जगदलपुर, बस्तर के कांकेर जिले के चारामा में पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर शासकीय भूमि पर अवैध रूप से वन अधिकार पट्टा लेने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में ग्राम पंचायत मयाना की पूर्व सरपंच का पति जीवन ठाकुर, उसका पुत्र नीरज पोया और ग्राम के पूर्व सरपंच शोप सिंह शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार, मयाना के ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व चारामा के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने धोखाधड़ी कर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से वन अधिकार पट्टा प्राप्त कर लिया है। शिकायत की जांच के दौरान यह साबित हुआ कि आरोपियों ने कूट रचना और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से वन अधिकार मान्यता पत्र बनवाया और शासन को 5,17,773 रुपये की आर्थिक हानि पहुंचाई। पुलिस ने आरोपी जीवन ठाकुर, शोप सिंह और नीरज पोया को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
बता दें कि यह फर्जीवाड़ा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच के कार्यकाल में किया गया था। इस दौरान सरकारी जमीन पर अवैध रूप से पट्टा जारी कर कुछ व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले को लेकर पहले भी कलेक्टर से शिकायत की गई थी और इसको लेकर गांव में कई बार विवाद और तनाव की स्थिति बनी रहती थी।
लगातार फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाये जा रहे है, वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी उक्त मामले में संलिप्त है जिस कारण लगातार वन अधिकार पत्र वितरण किया जा रहा है। जबकि 75 वर्षो तक काबिज लोगों को ही वनाधिकार पट्टा दिया जाना है किन्तु यहां तो जिस गांव को बसे 50 वर्ष नही हुए है वहां पर भी पट्टा वितरण किया जा रहा है। शासन के नियमों कीधज्जियां उड़ाई जा रही हैं।