GOVT; 14000 लोगों को नौकरी, गुजरात की 8 कंपनियां ने साइन किया MOU, 33000 करोड़ का करेंगी निवेश

रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुजरात दौरे में निवेशकों को छत्तीसगढ आने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार को गुजरात के उद्योगपतियों से बिना किसी डर के राज्य में निवेश करने की अपील की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में केंद्र द्वारा निर्धारित की गई मार्च 2026 की समय सीमा से पहले ही नक्सलवाद के खत्म हो जाने की संभावना है। छत्तीसगढ़ निवेशक कनेक्ट’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम साय ने कहा कि नक्सलवाद ने विपुल संभावनाओं वाले खनिज समृद्ध राज्य में औद्योगिक विकास को अवरुद्ध कर दिया है।
गुजरात की 8 कंपनियां करेंगी निवेश
सीएम साय ने बताया कि गुजरात की आठ कंपनियों ने छत्तीसगढ़ सरकार के साथ राज्य में 33,000 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए समझौता एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। निवेशकों को संबोधित करते हुए साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ नक्सलवाद के कारण पीछे रह गया। साय ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से समृद्ध राज्य है और वहां औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, नक्सलवाद के कारण विकास रुका हुआ है। जनवरी 2024 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का लक्ष्य रखा है।’’
मैं गुजरात के निवेशकों से छत्तीसगढ़ में अपना कारोबार शुरू करने की अपील करता हूं। हमारा उद्योग विभाग आपको हर संभव मदद देगा।’’ उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को पिछले 10 महीनों में सात लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और निवेश आकर्षित करने के लिए विभिन्न राज्यों में ऐसे आयोजन किए जा रहे हैं।
रोजगार के मौके
सीएम ने कहा कि इस अवसर पर छत्तीसगढ़ को 33,321 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनसे 14,900 नए रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य ने पिछले 22 महीनों में 350 से अधिक सुधार किए हैं, जिससे उद्योग स्थापना और संचालन बेहद सरल हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के पास उद्यम है तो छत्तीसगढ़ के पास ऊर्जा, खनिज और कुशल जनशक्ति है। उन्होंने कहा कि “दोनों राज्यों का मेल विकसित भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा।”
नवा रायपुर बनेगा एआई और डेटा सेंटर हब
मुख्यमंत्री ने बताया कि नवा रायपुर को आईटी और एआई डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की कई कंपनियाँ यहां निवेश में रुचि दिखा रही हैं। पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर हॉस्पिटैलिटी और वेलनेस सेक्टर में भी नई संभावनाएं खुली हैं।



