REGISTRY; पंजीयन दफ्तर का चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं, अब घर बैठे होगी रजिस्ट्री…नया सिष्टम जल्द
0 अब पंजीयन दफ्तरों में रजिस्ट्री के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी, पक्षकारों के समय की भी होगी बचत
रायपुर, भारत सरकार के एक देश एक पंजीयन के तहत अब छत्तीसगढ़ में भी एनजीडीआरएस को लागू कर दिया है। इसके तहत अगले एक दो महीने में पूरे प्रदेश के सभी पंजीयन दफ्तरों में रजिष्ट्रियां होने लगेंगी।अभी छत्तीसगढ़ में 2016 से झारखंड की आईटी सौल्यूशन कंपनी द्वारा बनाई गई प्रणाली से रजिस्ट्री हो रही है। सरकार से निर्देश मिलते ही पंजीयन विभाग ने एनजीडीआरएस लागू करने का आदेश जारी कर दिया। आदेश में कंपनी को 18 मार्च तक समय दिया गया है ताकि इस बीच एनजीडीआरएस का काम पूरा कर लिया जाएगा।
एनजीडीआरएस लागू होने से आम जनता को काफी फायदा होग। पंजीयन दफ्तरों में रजिस्ट्री के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। भाग दौड़ करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अब घर बैठे पंजीयन करा सकेंगे. केवल बॉयोमैट्री के लिए ही उप-पंजीयन ऑफिस जाना होगा। इस प्रारूप के लागू होने खर्च भी काफी काम हो जाएगा। भुगतान के लिए भी इसे आनलाइन किया जाएगा। इससे रजिष्ट्रिट्रियों में पारदर्शिता भी आयेगी।
देशभर में पंजीकरण का एक ही सिस्टम करने के लिए एनजीडीआरएस को पुरे देश में लागू किया जाना है। फिलहाल, एनजीडीआरएस को 17 राज्यों में लागू किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ शामिल है। इसके लिए सभी जिलों के उप पंजीयक कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। धमतरी और महासमुंद ज़िले में नई प्रणाली से रजिष्ट्री शुरू भी कर दी गई है। इस वित्तीय वर्ष तक लगभग सभी ज़िलों में रजिस्ट्री का नया सिस्टम लागु हो जाएगा।
गौरतलब है, मौजूदा सिस्टम में पर पेज के 60 रुपए के हिसाब से रजिस्ट्री शुल्क तय किया था, मगर उसमें यह उल्लेख नहीं था कि पेज किसे माना जाएगा। लिहाजा, कंपनी स्टांप पेपर को भी पेज मान पैसा वसूल रही थी। एनजीडीआरएस लागू होने से ये राशि भी कम हो जाएगी और पक्षकारों के समय की भी बचत होगी।