सीएएफ जवान ने सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर की आत्महत्या; धमतरी का रहने वाला था चंद्रशेखर
कांकेर, छत्तीसगढ़ के कांकेर के हल्बा चौकी में ड्यूटी पर तैनात सीएएफ जवान ने बीती रात सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जवान के आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जानकारी के मुताबिक ड्यूटी के दौरान ही सीएएफ के जवान ने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। जवान चंद्रशेखर यादव धमतरी जिले के रुद्री थाना का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पदस्थ जवान चंद्रशेखर यादव हल्बा चौकी में ड्यूटी पर तैनात था। इस दौरान उसने खुद को गोली मार ली। मृतक 15वीं बटालियन बीजापुर के बी कंपनी का जवान था। घटना की सूचना के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले और आत्महत्या की वजह जानने में जुट गई है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने दी जानकारी देते हुए बताया कि धमतरी जिले के रुद्री थाना का जवान चंद्रशेखर यादव 15 वीं वाहिनी बीजापुर बी कम्पनी में पदस्थ था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे गए हैं। जवान के खुद को गोली मारने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।
दो दिन पहले ही गांव से गया था जवान
ग्रामीणों के अनुसार मृतक जवान चंद्रशेखर यादव सरल स्वभाव के थे। उन्होंने 10 साल बीजापुर में ड्यूटी की। जंगलवार कालेज कांकेर में प्रशिक्षक के रूप में भी ड्यूटी की। रायपुर और यहां से हल्बा पुलिस चौकी में ड्यूटी कर रहे थे, इस दौरान यह घटना हुई है। मृतक की पत्नी प्रमिला यादव है और उनके दो पुत्र हेयांश तीन वर्ष व देवम पांच वर्ष के हैं। पत्नी गृहणी हैं। जवान गरीब परिवार से था। घटना से पहले पोला पर्व मनाने चंद्रशेखर यादव गांव पहुंचा था। दो दिन पहले ही ड्यूटी करने गया था।उनकी पत्नी प्रमिला तीज पर्व मनाने मायके पाटन तर्रीघाट गई थीं। मृतक जवान तीन भाई थे, जिसमें से वह दूसरे नंबर का था। उनके भाई लक्ष्मीनारायण यादव व कौशल यादव है, जो गांव में मजदूरी व किसानी करते हैं। स्वजनों ने बताया कि आत्महत्या का कारण अज्ञात है।
गमगीन माहौल में किया गया अंतिम संस्कार
17 सितंबर की अलसुबह मृतक जवान घटना स्थल पहुंचे। शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए शाम चार बजे गांव पहुंचे। यहां मृतक के शव आने के इंतजार में ग्रामीण चौक-चौराहों व गलियों में गमगीन माहौल में बैठे रहे। जवान मृतक के शव पहुंचते ही स्वजन व ग्रामीण बिलख पड़े। गमगीन माहौल में पुलिस जवान व सीएएफ जवानों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया।