एमबीबीएस-बीडीएस दाखिले में 32% आरक्षण नहींं दिया गया तो आदिवासी समाज आंदोलन करेगा
रायपुर, छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज चिकित्सा शिक्षा विभाग में एमबीबीएस-बीडीएस में छात्रों के प्रवेश में 32 फ़ीसदी आरक्षण नहीं देने से बेहद खफा है। पिछले वर्ष भी आदिवासी छात्रों को 32 फ़ीसदी आरक्षण नहीं दिया गया था इसलिए आदिवासी समाज ने सरकार से चिकित्सा शिक्षा में एमबीबीएस-बीडीएस दाखिले के लिए 32% आरक्षण की मांग की है अन्यथा हफ्ते भर के बाद आंदोलन की चेतावनी दी है।
छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह संरक्षक बीएल ठाकुर फूलसिंह नेताम ने आज दोपहर एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के कॉलेजों में एमबीबीएस एवं बीडीएस में प्रवेश हेतु काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है लेकिन आदिवासी छात्रों को 32% आरक्षण नहीं दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के नौकरियों में भर्ती एवं पदोन्नति के लिए भी 32 % आरक्षण का प्रावधान वर्तमान में लागू है। एमबीबीएस एवं बीडीएस में लगभग ढाई हजार सीटें उपलब्ध हैं जिसके विरुद्ध दाखिले में 58 फ़ीसदी आरक्षण का लाभ नहीं देकर 50% के मान से आरक्षण दिया जा रहा है मतलब अनुसूचित जाति को 16 परसेंट अनुसूचित जनजाति को 20 परसेंट एवं पिछड़े वर्ग को 14% का लाभ दिया जा रहा है जिसका हम विरोध कर रहे हैं ।
दिलचस्प बात यह है कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में शासन के आदेश अनुसार दाखिले में 58 परसेंट आरक्षण दिया गया है। सर्व आदिवासी समाज के नेताओं ने चेतावनी दी है कि हफ्ते भर में एमबीबीएस-बीडीएस दाखिले में 32 फ़ीसदी आरक्षण का लाभ दिया जाए अन्यथा जन आंदोलन किया जाएगा।