सट्टा ऐप;13 अक्टूबर तक बढ़ी चारों आरोपियों की रिमांंड; ED कोर्ट में वकील बोले- चंद्रभूषण को अंग्रेजी नहीं आती, जबरन कराए दस्तखत
रायपुर, ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले में जेल में बंद चारों आरोपियों की न्यायिक रिमांड 13 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को रिमांड अवधि पूरी होने के बाद एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, सुनील और अनिल दम्मानी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई में शामिल हुए। विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनी।
शुक्रवार को सुनवाई के दौरान ASI चंद्रभूषण वर्मा के वकील ने कोर्ट को बताया कि वर्मा को अंग्रेजी समझ में नहीं आती है। यह बात जानते हुए भी ED के अधिकारियों ने चंद्रभूषण का बयान हिन्दी की जगह अंग्रेजी में लिखा। उन दस्तावेजों में साइन करवाकर कोर्ट में जमा किया गया।
ED के वकील सौरभ पांडेय ने आवेदन के जवाब में अपनी दलील रखते हुए कहा कि आरोपी एएसआई चंद्रभूषण को अंग्रेजी अच्छे से समझ आती है। ED ने चंद्रभूषण वर्मा की 12वीं कक्षा की मार्कशीट पेश की। वकील ने कहा कि 12वीं में वर्मा अच्छे नंबर से पास हुए है। ED ने जो बयान लिया गया है उसे पढ़ाने के बाद ही उन्होंने हस्ताक्षर किए हैं।
23 अगस्त को ED ने किया था गिरफ्तार
23 अगस्त को प्रवर्तन निर्देशालय की टीम में रायपुर और दुर्ग में छापेमारी कर PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्रकार हवाला कारोबारी अनिल और सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया था। ED ने आरोपियों की 2 बार रिमांड ली थी।
ASI चंद्रभूषण वर्मा को बताया मुख्य लाइजनर
ED की जांच में पता चला है कि एएसआई चंद्रभूषण वर्मा छत्तीसगढ़ में मुख्य लाइजनर का काम कर रहा था। चंद्रभूषण दुबई के प्रमोटरों से हवाला के जरिए से हर महीने मोटी रकम लेता और इसे सीनियर पुलिस अफसरों को बांट रहा था। ED के मुताबिक राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों को ‘संरक्षण राशि’ भी दी जा रही थी।
जांच में करीब 65 करोड़ रुपये नकद मिले हैं। जिसे चंद्रभूषण वर्मा ने रिसीव किया और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत बांटा है। ED ने गंभीर आरोप लगाते हुए जानकारी दी है कि ASI चंद्रभूषण वर्मा पुलिस में बहुत बड़े पोस्ट में नहीं था लेकिन रवि उप्पल के भेजे रिश्वत से मिले पैसों से वो यहां के वरिष्ठ अधिकारियों को भुगतान भी करता था।